दरभंगा: रविवार को बिहार के दरभंगा में बाढ़ राहत का जायजा लेने पहुंचे बिहार के सीएम नीतीश कुमार का ‘रेड कार्पेट’ वेलकम हुआ. इस स्वागत को लेकर विपक्ष सवाल कर रहा है तो सत्ता पक्ष डैमेज कंट्रोल में जुटा है. नीतीश कुमार लगातार उन इलाकों का दौरा कर रहे थे जहां सरकार की तरफ से बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कैंप तैयार किए गए हैं. जब नीतीश बिहार के दरभंगा पहुंचे तो उनके लिए कालीन बिछाई गई थी. हालांकि ये कालीन कुछ दूर के लिए ही बिछाया गया था. इसका इंतजाम जिला प्रशासन की तरफ से किया गया था. राबड़ी देवी ने इसको लेकर नीतीश पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गांव के गरीब भूखे मर रहे हैं और सिर्फ शहरी क्षेत्रों में व्यवस्था की जा रही है.


कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि वो तैयारी देखने से ये स्पष्ट हो गया कि ये सामंती मानसिकता है. ग्रीन कार्पेट बिछाई जा रही है. एसी, कूलर और पंखे की व्यवस्था की जाती है. ये बाढ़ पीड़ितों के लिए क्यों नहीं किया जा रहा है, उन्हें चादर तक नहीं दे रहे हैं. ये सोच ही पूरे सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है. आरजेडी नेता आलोक मेहता ने कहा कि यदि इस तरह की व्यवस्था की गई थी तो ये गलत है. अभी बाढ़ का समय है और ऐसे में किसी के स्वागत का समय नहीं है. जिन पदाधिकारियों ने ऐसा किया उसे सरकार को संज्ञान में लेना चाहिए.


वहीं बीजेपी नेता नितिन नवीन ने सीएम का बचाव किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बाढ़ पीड़ितों के प्रति संवेदनशील है. जनता के दर्द को जिस तरह से मुख्यमंत्री ने देखा है और उन्होंने जो काम किया है इसपर ध्यान देने की आवश्यकता है ना कि ये कि किसने क्या बिछा दिया. ये कोई विषय नहीं है. जनता को चावल, दाल और चोखा मिल रहा है. आपदा पीड़ितों को 295 करोड़ की राशि दी जा चुकी है.