दरभंगा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर क्या गए बिहार कि राजनीति में इसे एक बदलाव के तौर पर देखा जाने लगा है. राबड़ी देवी ने कहा कि इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सिद्दीकी अपने इलाके में बाढ़ पीड़ितों को देखने गए हुए थे और नीतीश कुमार भी उसी क्षेत्र में थे. उन्होंने कहा कि अगर कोई दरवाजे पर आता है तो उसे चाय के लिए जरूर पूछा जाता है. इसपर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
राबड़ी देवी ने इस मुलाकात को राजनीति से दूर रखने की बात करते हुए बाढ़ को लेकर नीतीश कुमार की सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, ''बिहार अभी बाढ़ की चपेट में है ऐसे में सरकार के मुख्यमंत्री द्वारा राहत कार्यों में कोताही की जा रही है. जहां उनके विधायक हैं, वहां लोगों को बाढ़ राहत मुहैया कराई जा रही है और जहां उनके विधायक नहीं हैं वहां के लोगो को कोई राहत नहीं मिल रहा. ये सरकार बेईमानी कर रही है. सरकार लोगों को दो नजर से देख रही है. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. बिहार सबका है चाहे सरकार किसी का भी हो उन्हें पूरे बिहार को देखना चाहिए.'' वहीं भोला यादव ने इसे मिथिला का संस्कार बता दिया. भोला यादव ने कहा, ''इसे दूसरे रूप में देखना उचित नहीं है. ये निश्चित तौर पर एक व्यक्तिगत मामला है.''
इसके अलावा जेडीयू कोटे के मंत्री मदन सहनी ने इस मुलाकात पर कहा कि बाढ़ को लेकर सीएम का अलीनगर में दौरा था. उसी क्षेत्र में सिद्दीकी जी का घर है. सीएम ने बाढ़ का जाएजा लिया और इसी क्रम में उनके घर गए और चाय पी. इसे अलग तरह से देखने की कोई आवश्यकता नहीं है. इसमें दूरी नजदीकी जैसी कोई बात नहीं है.