हरिद्वार/सहारनपुर/कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, कुशीनगर और उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों की संख्या 77 हो गई है. सहारनपुर में 46, हरिद्वार में 20 जबकि पूर्वी यूपी के कुशीनगर में 11 की मौत हुई है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुशीनगर में 46 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया है. पुलिस और आबकारी विभाग की ज्वाइंट टीम ताबड़तोड़ अवैध शराब के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.


उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि गुरुवार को बालूपुर गांव में एक व्यक्ति की तेरहवीं पर इन सभी लोगों ने शराब पी थी. मरने वालों में से 20 बालूपुर और इसके पास के गांवों के थे.


गुरुवार को बालूपुर से शराब पीकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित अपने घर पहुंचे 46 लोगों की भी मौत हो गई. इनमें से 35 मौतें सहारनपुर जिले में ही हुई हैं. वहीं 11 अन्य लोगों को इलाज के लिए सहारनपुर से मेरठ भेजा गया था, उनकी मौत मेरठ में हुई. शुक्रवार से लेकर अब तक कुछ और लोगों के मरने की रिपोर्टें मिली हैं और यह पता लगाने के लिए उनकी विसरा की जांच की जा रही है कि क्या उनकी मौत का संबंध भी जहरीली शराब से है.


यूपी पुलिस ने बताया कि गांव का एक निवासी तेरहवीं पर पिलाने के लिए शराब के 30 पाउच संभवत: उत्तराखंड से लाया था. इस मामले में अभी और जानकारी आनी बाकी है और तफ्तीश जारी है.दोनों राज्यों की सरकारों ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को लापरवाही बरतने के लिए निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं. दोनों प्रशासनों ने मृतकों के परिवारों को दो दो लाख रूपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.


एक अन्य घटना में इसी हफ्ते पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हुई. कुशीनगर मामले में कमिश्नर ने जांच बिठा दी है और 46 पुलिसकर्मी निलंबित किये गये हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर और सहारनपुर जिलों के जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया है. उत्तराखंड में आबकारी विभाग के 13 अधिकारियों और चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. दोनों राज्यों में जहरीली शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाया गया है.