लखनऊ: केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री सुभाष रामराव भामरे ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बनने जा रहे रक्षा कॉरिडोर की यहां के विकास में अहम भूमिका होगी. रक्षा कॉरिडोर को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों और उद्योगपतियों की बैठक में भामरे ने कहा कि 2016 में रक्षा खरीद नीति में बुनियादी परिवर्तन किए गए हैं. उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पाद को स्वदेशी बनाते हुए सरकारी क्षेत्र के साथ ही निजी क्षेत्र को भी बढ़ावा दिया गया है.


उन्होंने कहा कि रक्षा कॉरिडोर बन जाने के बाद 2.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. इसका ज़्यादातर फायदा क्षेत्रीय लोगों, खासकर बुंदेलखंड के लोगों को होगा.


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रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि इस बैठक में जो निष्कर्ष सामने आएंगे, उनका दूरगामी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि रक्षा कॉरिडोर से छोटे और मझोले उद्योगों को खास फायदा होगा. 20 हजार करोड़ रुपये के प्रारंभिक निवेश से बन रहा यह कॉरिडोर प्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित होगा.


भामरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी तकनीक पर रक्षा उत्पाद को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया है. प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत रक्षा कॉरिडोर में विदेशी कंपनियों के साथ ही स्वदेशी उद्योगों को भी पूरी तरजीह दी जाएगी.


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प्रदेश सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर जिस तरीके से औद्योगिक नियमों को सरल बनाया गया है वह महत्वपूर्ण है.


बाद में पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अपेक्षाकृत सस्ते दामों पर जमीन और पर्याप्त संख्या में मानव संसाधन उपलब्ध है. इसका फायदा उद्योग लगाने वाली कंपनियों को होगा.


इससे पहले प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फरवरी में निवेशकों के सम्मेलन में रक्षा कॉरिडोर की बात की थी और अब तक इस दिशा में काफी काम पूरा किया गया है.