मेरठ: दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम मेरठ के लक्खीपुरा इलाके में छापा मारा तो यहां एक मकान के तहखाने में तमंचा बनाने की फैक्ट्री चल रही थी. बड़ी तादात में बने और अधबने तमंचे और मशीनों के साथ दिल्ली पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एक असलहा तस्कर की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने मेरठ में यह आपरेशन चलाया. यहां से दिल्ली एनसीआर और हरियाणा तक तमंचों की सप्लाई होती थी.


लिसाड़ीगेट थाना इलाके के लक्खीपुरा में दिल्ली पुलिस की टीम जब पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया. पुलिस ने रात करीब 10 बजे गली नं0-2 में फुरकान राजमिस्त्री के मकान में छापा मारा था. वहां जब भीड़ जुटी तो अफसरों को फोन करके मेरठ पुलिस की मदद मांगी गई. मकान के तहखाने में लंबे वक्त से हथियार बनाने की फैक्ट्री चल रही थी. यहां काम करने वाले मिस्त्री बिहार के मुंगेर जिले के थे जो अवैध हथियारों के निर्माण का गढ़ माना जाता है. दिल्ली पुलिस ने यहां से कई बोरी भरकर तमंचे, अधबने तमंचे और मशीनें बरामद की हैं. पांच आरोपियों में एक महिला भी है.


“मुंगेर-मेड” पर शिकंजा कसने में फेल मेरठ पुलिस


दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले मेरठ के अवैध हथियार तस्कर दानिश की अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तारी की थी. पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि जिन अवैध असलाहों को मुंगेर-मेड के नाम से जाना जाता है, वह अब मेरठ में ही बनते हैं. योजना तैयार करके पुलिस ने इस गैंग को दबोचने के लिए मकान को चारों ओर से घेरकर छापा मारा और बड़ी बरामदगी की है. हैरत की बात यह है कि शहर के घनी आबादी वाले इलाके में चल रही इस तमंचा फैक्ट्री के बारे में स्थानीय पुलिस को जानकारी ही नहीं थी. मेरठ पुलिस का यह बड़ा फेलियर माना जा रहा है.



मुंगेर से बुलाये गये थे हथियार बनाने वाले कारीगर


इस फैक्ट्री में खासतौर से तमंचा बनाने के लिए मुंगेर से तीन कारीगरों को बुलाया गया था जो महीनों से काम कर रहे थे. इस आरोपियों के नाम औवेसी हसन, मिन्टू और सिद्धू है. यहां बनने वाले तमंचों की सप्लाई दिल्ली एनसीआर के जिलों के अलावा पूरे पश्चिमी उत्तर-प्रदेश और हरियाणा में होती थी. चुनावी साल में डिमांड बढ़ गई थी और इसलिए यहां जोर-शोर से काम चल रहा था.


आरोपियों और माल को साथ ले गई दिल्ली पुलिस


सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी कुलदीप कुमार के नेतृत्व में यह छापा मारा गया था. मेरठ के अलावा मुजफ्फरनगर में भी छापेमारी हुई है. आरोपियों और बरामद माल को दिल्ली पुलिस अपने साथ लेकर गई है. सीओ ने यह भी तस्दीक की कि यह धंधा लंबे वक्त से यहां चल रहा था.