जी टीवी के सीरियल 'इश्कसुभान अल्लाह' पर पाबंदी की उठी मांग
शिया जामा मस्जिद में इमामे जुमा शहर जौनपुर मौलाना महफुजुल हसन खां ने जुमे की नमाज के खुतबे में नमाजियों को संबोधित करते हुए कहा कि हजरत अबु तालिब के इमान पर बहस करने वालों को इतिहास की सही जानकारी नहीं है.
यूपी के जौनपुर में शिया जामा मस्जिद प्रबंध समिति ने शुक्रवार को जी टीवी के धारावाहिक 'इश्कसुभान अल्लाह' पर पाबंदी लगाने और लेखक दानिश जावेद को गिरफ्तार करने की मांग की.
शिया जामा मस्जिद में इमामे जुमा शहर जौनपुर मौलाना महफुजुल हसन खां ने जुमे की नमाज के खुतबे में नमाजियों को संबोधित करते हुए कहा कि हजरत अबु तालिब के इमान पर बहस करने वालों को इतिहास की सही जानकारी नहीं है. हजरत अबु तालिब को जो मुसलमान नहीं समझते हैं, उन्हें अपने ईमान का जायजा लेना चाहिए.
उन्होंने सीरियल में की गई टिप्पणी पर कहा कि जी टीवी हमेशा मुसलमानों के विषय पर विवादित रवैया अपनाता है. इससे पहले भी जी टीवी ने कई कार्यक्रमों में मुसलमानों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. इसके लिए सरकार की तरफ से टीवी चैनल पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं, शिया जामा मस्जिद के मुतवल्ली अली मंजर डेजी ने कहा कि किसी भी मजहब के बारे में या महान शख्सियतों पर विवादित बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस तरह के विवादित सीरियल समाज के ताने- बाने को छिन्न-भिन्न करते हैं, इसलिए शिया जामा मस्जिद प्रबंध समिति के सभी सदस्य सरकार से यह मांग करते हैं कि 'इश्कसुभान अल्लाह' सीरियल पर पाबंदी लगाई जाए व सीरियल के लेखक दानिश जावेद को गिरफ्तार किया जाए.