वाराणसी: नोटबंदी का असर अब बाजारों में भी दिखने लगा है. लोगों के पास कैश की कमी होने के कारण कुछ चीजें सस्ती हुई हैं तो कुछ चीजों के दाम बढ़ भी गए हैं. वाराणसी में भी नोटबंदी की असर बाजारों में देखने को मिला जहां नोटबंदी के बाद फल महंगे हुए लेकिन सब्जियों के दामों में काफी गिरावट हुई है.
फलों के दाम में हुई बढ़ोतरी
आपको बता दें कि नवंबर में जो सेब 80 से 90 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था, उसी सेब की कीमत इस समय 90 से लेकर 120 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है.
संतरा भी 40 से बढ़कर पचास रुपये किलो हो गया है. तो वहीं केला 30 रुपये दर्जन बिक रहा है. इसी तरह लगभग सभी फलों के दाम में पिछले दिनों की तुलना में 10 से 20 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बढ़ोतरी हुई है.
बाजार में फल लेने आए एक कस्टमर आनन्द जैन ने कहा कि नोट बंदी के बाद से फलों के दामों में कुछ बढ़ोतरी हुई है. आनंद ने कहा कि लोगो के पास पैसे नहीं है इसलिए दुकानें कम लग रही हैं और दुकानदार आवक कम होने की बात कहकर अपने मन माने दामों पर फल बेच रहे हैं.
नोटबंदी के बाद जहां एक तरफ फल महंगे हुए हैं तो वहीं सब्जियों के दाम में काफी कमी हुई हैं. सब्जियां हर घर में रोज की जरुरत होती है ऐसे में इनके दामो में कमी से आम जनता तो खुश है लेकिन दुकानदार और किसान इससे काफी परेशान हैं.
नोटबंदी के बाद से सब्जियों के दाम हुए कम
वाराणसी के मार्केट में सब्जी लेने आये अखिलेश ने कहा कि सब्जियों के दाम में नोटबंदी के बाद से कमी आई है जिससे राहत मिल रहा है. 30 रुपये किलो वाला टमाटर 20 रुपये किलो में हो गया है, तो वहीं 18 से 20 रुपये किलो बिकने वाला आलू भी 12 रुपये किलो में मिल रहा है. इसी तरह हर सब्जियों के दामो में 10 से 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब से कमी आई है.
सब्जी की दूकान चलाने वाले सत्य प्रकाश ने कहा कि पैसा नहीं होने से लोग केवल काम चलाने भर की सब्जियों को ले रहे हैं, कच्चा माल होने के कारण हमें भी सब्जियों को कम दामों पर बेचना पड़ रहा है क्योंकि अगर सब्जी बचेगा तो दुकानदार को नुकसान उठाना पड़ेगा, जिससे हम सब्जियों के दामों में कमी करके बेच रहे है.