चंदौली: केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एसपी, बीएसपी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आज कहा कि यह दल नोटबंदी से परेशान और हताश हो गये हैं. यूपी के चंदौली में पार्टी के युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा ‘भ्रष्टाचार और कालेधन के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद और जाली नोट के खिलाफ कठोर और साहसिक कदम उठाया है.’



राजनाथ सिंह ने कहा ‘जनता दल (यूनाइटेड) जैसे कुछ दलों ने नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया है मगर उत्तर प्रदेश में असर रखने वाली कुछ पार्टिया इस कदम से हताश हो गयी है.’ सिंह ने नोटबंदी के कारण जनता को होने वाली कठिनाईयों पर कहा कि देश हित में जब कोई इतना बडा निर्णय होता है तो कुछ समय के लिए परेशानी होती ही है. जनता की परेशानी दूर करने के लिए कदम उठाये जा रहे है और यह कठिनाई कुछ समय की है आगे चलकर देश को इससे बहुत फायदा होने वाला है.


कांग्रेस उपाध्याक्ष राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा ‘राहुल ने कहा कि मेरे बयान से तूफान आ जायेगा..वे इतने दिनों तक बोलते आये हैं और अब तक हवा भी नही चली.’


राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर व्यंग्य करते हुए भोजपुरी में कहा ‘यूपी में न बुआ चलिह न बबुआ और न पप्पुआ चली, यहिजा अब की बार फुलवा (बीजेपी का चुनाव चिन्ह कमल) चली और बीजेपी बहुमत कय सरकार बनायी.’


बीजेपी का जमीन खरीदना कालेधन खपाने की कोशिश: कांग्रेस


कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी जिस तरह देशभर में पार्टी कार्यालयों के लिए जमीन खरीद रही है, वह कालाधन खपाने की कहीं कोशिश तो नहीं है. कांग्रेस ने इसकी जांच की मांग उठाई है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय ने कहा, ‘‘बीजेपी लगातार कालेधन का ढिंढोरा पीट रही है. वहीं दूसरी तरफ उसी पार्टी ने देशभर में कार्यालय के नाम पर हर जनपद में जमीन खरीदी है. जांच होनी चाहिए कि क्या यह जमीनों की खरीदारी कालाधन खपाने के लिए तो नहीं की गई.’’



उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रमुख के नाम जिस प्रकार नोटबंदी के तुरंत पहले इतनी भारी मात्रा में पूरे देश में जमीन खरीदी गई और बैंकों में भारी मात्रा में पैसा जमा किया गया, जो यह साबित करता है कि कालेधन को खपाया गया है.


मोटरसाइकिलें चेक से खरीदी गई या पुराने नोटों को खपाया गया


पार्टी प्रवक्ता ने बीजेपी द्वारा जिलों में खरीदी गई सैकड़ों मोटरसाइकिलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी बताए कि उनका भुगतान कैसे किया गया है? क्या मोटरसाइकिलें पेटीएम (कैशलेस) या चेक से खरीदी गई है या पुराने नोटों को खपाया गया है?


उन्होंने केंद्र सरकार की नीति और नीयत दोनों में खोट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि आम जनता जहां सुबह से शाम तक रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए लाइनों में लगी हुई है, वहीं बीजेपी खरीद-फरोख्त में जुटी हुई है. यह बेहद शर्मनाक है.