सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर स्थित नोएडा अथॉरिटी के पार्क में नमाज अदा करने पर लगाई गई रोक के संबंध में देवबंद के मुफ्ती ने कहा है कि सरकारी जमीन पर नमाज पढ़ना गलत है. मुफ्ती ने कहा कि नमाज पढ़ने से यदि विवाद पैदा होता है या किसी को आपत्ति होती है तो ऐसी जगह नमाज नहीं पढ़नी चाहिये क्योंकि शरीयत ऐसी जगह पर नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं देती.
गौतम बुद्ध नगर जिला पुलिस द्वारा इस संबंध में प्रतिबंध का पालन कराने के लिये 26 कंपनियों को नोटिस भी जारी किया गया था. इस संबंध में देवबंद के मुफ्ती अहमद गौड़ ने कहा कि पार्क आदि में नमाज पढ़ने से यदि कोई विवाद पैदा होता है या वह स्थल सार्वजनिक है अथवा सरकारी इसका ध्यान नमाजियों को रखना चाहिए.
उन्होंने कहा कि नमाजियों को वहां के सरकारी अमले या जमीन के मालिक से इजाजत लेकर ही नमाज अदा करनी चाहिए. गौड़ ने कहा कि नमाज पढ़ना फर्ज है, जरूरी है. किसी भी स्थान पर जबरदस्ती नमाज पढ़ना ठीक नहीं है जब तक वहां के लोगों की आपसी सहमति न हो वहां नमाज नहीं पढ़नी चाहिये.
उन्होंने कहा कि यदि किसी कंपनी में काम करने वाले नमाजी है तो उस कम्पनी को नमाज अदा करने की जगह मुहैया करानी चाहिये और यदि नमाजी अधिक हैं तो भी ऐसी जगह चिन्हित कराई जानी चाहिये जहां सभी सुकून के साथ नमाज अदा कर सके.