देवरियाः शहीद विजय की पत्नी को पति पर गर्व, सीएम योगी को बुलाने की मांग पर अड़े ग्रामीण
पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरा देश गमगीन और गुस्से में है. वहीं शहीद के परिजनों के दिल पर क्या गुजर रही है, इस दर्द और टीस को हर भारतीय महसूस कर रहा है.
देवरियाः पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरा देश गमगीन और गुस्से में है. वहीं शहीद के परिजनों के दिल पर क्या गुजर रही है, इस दर्द और टीस को हर भारतीय महसूस कर रहा है. लेकिन, उन शहीदों के परिवार के लोग इस कदर बेसुध हो चुके हैं कि उन्हें कुछ सूझ ही नहीं रहा है. सबसे बुरा हाल तो शहीदों की पत्नियों का है. पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए विजय मौर्या की पत्नी विजयलक्ष्मी को जहां पति की शहादत पर गर्व है. तो वहीं वो नेताओं को कोसते हुए वे कहती हैं कि नेता उनके पति की शहादत पर भी कुछ नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि इसके पहले भी बहुत से जवान शहीद होते हैं. लेकिन, चार दिन शोक मनाने के बाद सब भूल जाते हैं.
ये देवरिया के रहने वाले शहीद विजय कुमार मौर्य की पत्नी विजयलक्ष्मी के मार्मिक और दर्द भरी बातें हैं. जो उनकी जुबान से उस समय निकली है, जब उनको पति की शहादत की खबर मिली. ये उनके लिए ऐसी खबर है, जो दिल को चीर देने वाली है. पांच दिन पहले ही पति दस दिन की छुट्टी बिताकर गांव से गए हैं. इसके पहले भी वे 31 जनवरी तक एक माह की छुट्टी पर रहे हैं. विजयलक्ष्मी उन्हें याद करके शून्य में खो जा रही हैं. चार साल पहले साल 2014 में उनकी शादी हुई थी. उनकी दो साल की बेटी आराध्या को तो इस बात का पता ही नहीं है कि उसके सिर से पिता का साया उठ चुका है.
पत्नी विजयलक्ष्मी ने कहा- सीएम योगी घर पर आएं यही निवेदन है
पत्नी विजयलक्ष्मी बताती हैं कि कल तीन-चार बजे के आसपास उनके पति विजय मौर्या उसी बस से जा रहे थे, जिस पर हमला हुआ है. उनका बस कुछ खत्म हो गया. उन्होंने कहा कि पहले इतने शहीद हुए उनके लिए कुछ नहीं हुआ. हमारे पति के लिए भी कुछ नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि बहुत से जवान पहले शहीद हुए. उनकी पत्नियों ने कहा, लेकिन, सरकार ने कुछ नहीं किया. उनके कहने से भी कुछ नहीं होने वाला है. उनकी मांग है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके घर आएं. उनका यही निवेदन है.
शहीद विजय के पिता ने कहा- पाकिस्तान से खून के बदले खून का बदला ले सरकार
शहीद विजय के रामायण मौर्या ने कहा कि खून के बदले खून का बदला पाकिस्तान के साथ लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके बेटे के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आएं, तो परिवार को बल मिलेगा. उन्होंने बताया कि एक माह और फिर नौ दिन की छुट्टी बिताकर वे पांच दिन पहले वापस गए थे. कल रात में मोबाइल पर ये मनहूस खबर सीआरपीएफ के कार्यालय से आई. उन्होंने बताया कि तीन बेटों में वे सबसे छोटे रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें बेटे की शहादत पर गर्व है.
सीएम को बुलाने की मांग को लेकर देवरिया में जाम किया रेलवे ट्रैक
भटनी के छपिया जयदेव के लाल के शहीद होने के बाद क्षेत्र के लोग आक्रोशित हो गए. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग को लेकर गोरखपुर-छपरा रेल खंड को जाम कर दिया. उन लोगों की मांग है कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आएंगे वह रेलवे ट्रैक से नहीं हटेंगे. उधर, लोगों ने भटनी उपनगर के नकहनी चौराहे पर मुख्य मार्ग को भी जाम कर दिया और मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग पर अड़े रहे.
हियुवा नेता टार्जन यादव के नेतृत्व में युवा एकत्रित हुए. उन्होंने पहले नकहनी चौराहे पर मुख्य मार्ग को जाम किया और मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग करने लगे. इसके बाद कुछ युवक लोगों के साथ गोरखपुर-छपरा रेल खंड पर भटनी के 115 नंबर रेलवे ढाला पर पहुंच गए और ट्रैक को जाम कर दिया.
उनका कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री आकर शहीद को श्रद्धांजलि नहीं देते हैं, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा. यहां अजीत सिंह, टार्जन यादव समेत विभिन्न दलों के नेता जमे हुए हैं. एसडीएम विनीत सिंह ने लोगों को समझाकर रेलवे ट्रैक खाली कराने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके. यहां भटनी थाने के अलावा जीआरपी, आरपीएफ और क्यूआरटी पुलिस तैनात है.