इलाहाबाद: यूपी में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा के नतीजों की दोबारा जांच नहीं होगी. डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने विपक्ष की तरफ से नंबर बढ़ाकर बच्चों को पास कराए जाने के आरोपों को सिरे से नकार दिया है. बता दें कि योगीराज में हुई यूपी बोर्ड के परिक्षाओं के नतीजे सवालों के घेरे में थे. बिहार के रिजल्ट की तरह यूपी बोर्ड के नतीजों में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लग रहे थे. आरोप लगे थे कि बोर्ड ने कापियों में सिर्फ दो और तीन नंबर पाने वाले लाखों स्टूडेंट्स की मार्कशीट पर कई गुना ज़्यादा नंबर चढ़ाकर उन्हें पास घोषित कर दिया है. कहा गया था कि योगी सरकार ने सियासी फायदे के लिए लाखों स्टूडेंट्स पर नंबरों की कृपा बरसाई है.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थीं मार्कशीट्स


कापियों पर दिए गए मार्क्स और मार्कशीट पर उसे बढ़ाकर कई गुना ज़्यादा किए जाने के तमाम दस्तावेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रहे थे. इस बारे में इलाहाबाद में यूपी बोर्ड के हेडक्वार्टर के अफसर कुछ भी बोलने से बच रहे थे.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दस्तावेज में ये दावा किया गया ता कि कई बच्चों को कापियों में सिर्फ दो या तीन नंबर ही मिले. इस आधार पर उन्हें उस सब्जेक्ट या पेपर में फेल रहना चाहिए था लेकिन वह पास हो गए हैं.


कापियों पर दिए गए जो नंबर एवार्ड शीट पर चढ़ाए गए थे, मार्कशीट पर चढ़े नंबर उससे काफी अलग थे और उस रोल नंबर को पास दिखाया गया है. एवार्ड शीट के नंबरों को ही मार्कशीट पर चढ़ाया जाता है. सोशल मीडिया पर एक-दो नहीं बल्कि सैकड़ों स्टूडेंट्स की एवार्ड शीट और मार्कशीट को वायरल कर बोर्ड इम्तहान में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के दावे किए जा रहे थे.