बिहार: नीतीश कुमार की वापसी से NDA को 2019 में बंपर सीटें मिलने का अनुमान: सर्वे
साल 2014 के चुनाव में बीजेपी, एलजेपी और आरएलएसपी ने क्रमश: 30, सात और तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था. नतीजों में बीजेपी को 22, एलजेपी को छह और आरएलएसपी ने तीन सीटें जीती थीं. वहीं जेडीयू ने दो, आरजेडी ने तीन और कांग्रेस ने एक सीट जीती थी.
नई दिल्ली: बिहार की सियासत पर सबकी नजरें हैं. नीतीश कुमार के वापस आने के बाद एनडीए मजबूत हुई है. एनडीए को उम्मीद है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में वह शानदार प्रदर्शन करेगी. बिहार में एनडीए के चार घटक दल हैं. इसमें बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी और आरएलएसपी शामिल हैं. बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा होना बाकी है. हालांकि सूत्रों की मानें तो बिहार में जेडीयू और बीजेपी 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं.
इस बीच एबीपी न्यूज-सी वोटर के सर्वे के मुताबिक बिहार में नीतीश कुमार के साथ आने से एनडीए को बंपर सीटें मिलती दिख रही हैं. अगर अभी चुनाव हुए तो लालू प्रसाद यादव की पार्टी के साथ हुए गठबंधन को सिर्फ छह सीटें मिलने का अनुमान है और एनडीए में खाते में 34 सीटें आ सकती हैं. बिहार में लोकसभा की कुल चालीस सीटें हैं.
बिहार में किसे कितनी सीटें?
कुल- 40
एनडीए- 34
यूपीए- 6
साल 2014 के चुनाव में बीजेपी, एलजेपी और आरएलएसपी ने क्रमश: 30, सात और तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था. नतीजों में बीजेपी को 22, एलजेपी को छह और आरएलएसपी ने तीन सीटें जीती थीं. वहीं जेडीयू ने दो, आरजेडी ने तीन और कांग्रेस ने एक सीट जीती थी.
26 अक्टूबर को दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी. जिसके बाद ये एलान किया गया कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सीटों का एलान होना बाकी है. सूत्रों की मानें तो जेडीयू और बीजेपी के खाते में 17-17, एलजेपी के खाते में चार और आरएलएसपी के खाते में दो सीटें आ सकती हैं.