(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
हिंसा में जीतू फौजी की भूमिका पर पूछे गए सवाल को टाल गए डीजीपी, बुलंदशहर की स्थिति को बताया शांतिपूर्ण
तीन दिंसबर को बुलंदशहर जिले के एक गांव में करीब 400 लोगों ने पास के जंगल में गौवंश के अवशेष मिलने पर बड़ा उत्पात मचाया था. हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और 20 वर्षीय युवक सुमित की गोली लगने से जान चली गयी थी.
शिरडी: उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने रविवार को कहा कि हिंसा से गुजरे बुलंदशहर की स्थिति अब शांतिपूर्ण है. हालांकि सिंह ने सेना के जवान जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी की भूमिका के बारे में सवाल को टाल दिया. मलिक को बुलंदशहर हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया है.
उत्तर प्रदेश के ये शीर्ष पुलिस अधिकारी रविवार को अहमदनगर में प्रसिद्ध शिरडी साईंबाबा मंदिर आए थे.
उन्होंने कहा, ‘‘बुलंदशहर में शांतिपूर्ण स्थिति है. कानून व्यवस्था अच्छी है.’’
तीन दिंसबर को बुलंदशहर जिले के एक गांव में करीब 400 लोगों ने पास के जंगल में गौवंश के अवशेष मिलने पर बड़ा उत्पात मचाया था. हिंसा में इंस्पेक्टर सिंह और 20 वर्षीय एक युवक की गोली लगने से जान चली गयी थी.
इस हिंसा के सिलसिले में नौ लोग गिरफ्तार किये गये हैं लेकिन पुलिस रिकार्ड के मुताबिक मुख्य आरोपी बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज अब भी फरार है.
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के महानिरीक्षक अमिताभ यश ने बताया कि बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के मामले में आरोपी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को सेना ने शनिवार देर रात मेरठ में एसटीएफ को सौंप दिया.
जितेंद्र को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की हिरासत में जेल भेज दिया गया. जितेंद्र से क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की. इसके अलावा प्रदेश सरकार ने इस घटना की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल ने भी गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है.