लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को कहा कि अगर उन्नाव बलात्कार पीडिता के परिवार वाले रायबरेली दुर्घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हैं, तो सरकार तैयार है. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि अगर पीडिता की मां या अन्य कोई रिश्तेदार आग्रह करता है तो राज्य सरकार रविवार की रायबरेली में हुई दुर्घटना की सीबीआई जांच कराने को तैयार है.


उन्होंने बताया कि पीडिता को तीन सुरक्षा गार्ड मुहैया कराये गये थे जो रविवार को उसके साथ नहीं थे. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया लगता है कि यह दुर्घटना है लेकिन फिर भी मामले की निष्पक्ष जांच जारी है. इस बीच राज्य सरकार ने तय किया है कि अस्पताल में भर्ती पीडिता और उसके वकील के इलाज का खर्च वह वहन करेगी. लखनऊ के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार दोनों घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेग. पीडिता और उसके वकील इस समय केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं.


बलात्कार पीडिता और उसके परिवार वाले जिस कार में जा रहे थे, उसे एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी. परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गयी जबकि पीडिता और उसके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गये. दोनों घायलों की हालत स्थित बतायी गयी है.


इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि यह पीडिता को मारने की साजिश हो सकती है. उन्होंने प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग की. कांग्रेस ने भी सीबीआई जांच की मांग की है. अखिलेश ने कहा कि मामला भाजपा विधायक से जुडा है और राज्य में भाजपा सरकार है. अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं. सीबीआई जांच से ही रहस्य पर से पर्दा हटेगा. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि दुर्घटना चौंकाने वाली है. प्रियंका ने सवाल किया कि आरोपी विधायक अभी भी भाजपा में क्यों हैं?और पीडिता की सुरक्षा में ढिलायी क्यों बरती गयी?