(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यूपी के कश्मीरी पंडितों को वतन वापसी की उम्मीद, कहा- अब असली कश्मीरियत दिखेगी
यूपी के अलग-अलग हिस्सों में बसे कश्मीरी पंडितों ने जश्न मनाया और कहा कि अब उनमें अपनी पैतृक भूमि पर लौटने की उम्मीद जगी है. इस खबर में पढ़िए कि क्या कहा उन्होंने.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अर्से से बसे कश्मीरी पंडितों ने केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाये जाने पर जश्न मनाया. उन्होंने कहा कि इस फैसले से उनमें अपनी पैतृक भूमि पर लौटने की उम्मीद जगी है.
कश्मीरी पंडितों के संगठन पनुन कश्मीर के सचिव रवि काचरू ने कहा, ''केन्द्र सरकार का यह ऐतिहासिक कदम उस घाटी में एक बार फिर अमन कायम होने के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगा, जिससे हमें बरसों पहले जबरन निकाल दिया गया था.''
काचरू ने कहा, ''घाटी में शांति स्थापित करने के लिये अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाने का बहुप्रतीक्षित कदम आखिर आज उठा लिया गया. हम खुश और आश्वस्त हैं कि कश्मीर घाटी में अमन-चैन लौटेगा और दुनिया को असली कश्मीरियत के दीदार होंगे, जिसके लिये वह विश्वविख्यात है.''
केन्द्र के निर्णय के स्वागत में जश्न मना रहे पनुन कश्मीर के मीडिया संयुक्त सचिव रविन्द्र कोटरू ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि हम अपने बच्चों को अपने उस वतन ले जा सकेंगे, जहां से हमें अपना घर-बार छोड़कर आना पड़ा था. हम यहां रह रहे हैं लेकिन दिल में यह उम्मीद जरूर थी कि एक ना एक दिन हम अपने वतन लौटेंगे.'
केन्द्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को लगभग पूरी तरह समाप्त करते हुए राज्य को दो हिस्सों में बांटने का निर्णय लिया है. इस निर्णय का स्वागत करते हुए कश्मीरी पंडितों ने नारेबाजी की और सरकार को धन्यवाद दिया.