नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मध्य प्रदेश कांग्रेस में माथापच्ची जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वह सूबे में कठिन से कठिन सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हैं. दरअसल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिछले दिनों कहा था कि हमने दिग्विजय सिंह से कहा है कि वे सबसे कठिन जो दो तीन सीट हैं उनसे चुनाव लडें. इन सीटों में भोपाल, उज्जैन, इंदौर और विदिशा है.


आज दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, ''धन्यवाद कमलनाथ जी को जिन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया. उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूं.''


उन्होंने कहा, ''मैं राघौगढ़ की जनता की कृपा से 77 की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था. चुनौतीयों को स्वीकार करना मेरी आदत है. जहां से भी मेरे नेता राहुल गांधी कहेंगे मैं लोक सभा चुनाव लड़ने तैयार हूं. नर्मदे हर.''





ध्यान रहे कि दिग्विजय सिंह की पहली पसंद राजगढ़ सीट है. राजगढ़ दिग्विजय सिंह के प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजगढ़ संसदीय क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटें जीती थी. राजगढ़ में 8 विधानसभा सीटें हैं, बीजेपी ने 2 और निर्दलीय ने एक सीट जीती थी.


मध्य प्रदेश: राजगढ़ है दिग्विजय की पसंद, लेकिन कठिन सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहती है कांग्रेस


मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में वोट डाले जाएंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 26 सीटों पर जीत दर्ज की थी, तब सूबे की सत्ता पार्टी के पास थी. कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी.


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मध्य प्रदेश में चार चरणों में वोट डाले जाएंगे
पहला चरण- 29 अप्रैल- सीधी, शहडोल,जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा.
दूसरा चरण- 6 मई- टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद, बैतूल.
तीसरा चरण- 12 मई- मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़.
चौथा चरण- 19 मई- देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन, खंडवा.