मेरठ: टाइल्स फैक्ट्री में मोटर चोरी के शक में चौकीदार और उसके रिश्तेदार की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. वारदात का आरोप फैक्ट्री मालिक प्रशांत चौधरी पर लगा है. फैक्ट्री मालिक ने चौकीदार और उसके प्लंबर रिश्तेदार को बुलाकर पहले बंधक बनाया और फिर बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला. हत्या के बाद दोनों शवों को घसीटकर एक चारपाई पर डाल दिया गया.
मेरठ के पल्लवपुरम इलाके में पूर्व जिला पंचायत सदस्य पूनम चौधरी के पुत्र प्रशांत की एक टाइल्स फैक्ट्री है. इस फैक्ट्री में अशोक चौकीदारी का काम करता है. 20 दिन पहले फैक्ट्री का एक मोटर चोरी हो गया जिसके बाद प्रशांत ने फैक्ट्री में ही पूछताछ के बहाने चौकीदार अशोक को बंधक बना लिया.
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इस दौरान प्रशांत अपने साथियों के साथ ऑफिस में बैठकर शराब भी पीता रहा. प्रशांत का शक अशोक के एक रिश्तेदार अजय पर भी था. प्रशांत ने अजय को फोन करके फैक्ट्री में बुलाया. अजय प्लंबर का काम करता है. अशोक और अजय को बांधकर प्रशांत और उसके साथियो ने उनसे पूछताछ की और इसी दौरान डंडे से उनकी पिटाई शुरू कर दी.
बेरहमी से पिटाई का यह दौर कई घंटे तक चला. फैक्ट्री में बनने वाले टाइल्स के ढेर पर पिटाई के बाद दोनों को डाल दिया गया. पिटाई के दौरान डंडो से पैरों की उंगलियों और गुप्तांगों पर भी प्रहार किए गए. अशोक और अजय को करंट भी लगाया गया. हालत बिगड़ने के बाद दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
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वारदात के सामने आने के बाद पुलिस ने परिवार की तहरीर के आधार पर प्रशांत चौधरी समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. पुलिस ने प्रशांत और उसके 3 साथियो की गिरफ्तारी कर ली है जिनमें प्रशांत का रिश्ते का चाचा अजब सिंह भी शामिल है. वारदात में पिटाई और प्रताड़ना की बात पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार कर ली है.
पीड़ित परिवार ने बताया कि दोनों की हत्या करने के बाद उनके शवों को एक चारपाई पर डाला गया. मृतक अजय के भतीजे अंकुर ने बताया कि अजय की तलाश के लिए जब उसने अजय के फोन पर कॉल किया तो उस कॉल को प्रशांत ने रिसीव किया था. अजय के बारे में पूछने पर प्रशांत ने कहा कि- फैक्ट्री में लाशें पड़ी हैं उठाकर ले जा.
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एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया के चार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. मुख्य आरोपी प्रशांत, उसके रिश्ते के चाचा अजब सिंह और अमित नाम के तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी की गई है. जबकि चौथा आरोपी प्रताप अभी फरार है. आरोपी अमित जिला पंचायत सदस्य ललित चौहान का भाई है. चौथे आरोपी की तलाश की जा रही है.