लखनऊ: परिवहन विभाग जल्द ही प्रदेश के सभी RTO ऑफिस में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम शुरू करने की तैयारी में है. लॉकडाउन-3 के बाद एक बार फिर ड्राइविंग लाइसेंस के ऑनलाइन आवेदन शुरू करने की तैयारी है लेकिन, अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं तो अब आपको पहले के मुकाबले तीन गुना अधिक इंतजार करना पड़ सकता है.


ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए किसी को भी ऑनलाइन आवेदन करना होता है. इसके बाद आवेदक को एक निर्धारित तिथि पर अपॉइंटमेंट मिलता है, तो उस तारीख पर आवेदक को RTO ऑफिस जाना पड़ता है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 4-5 जिलों में तिथि के साथ अपॉइंटमेंट का समय भी दिया जाता है. जबकि, अधिकतर जिलों में सिर्फ तिथि ही बताई जाती है. जहां टाइम स्लॉट दिया भी जाता है वहां भी बहुत सख्ती से पालन नहीं होता. इसकी वजह से RTO ऑफिस में काफी भीड़ रहती है. कोरोना के चलते अब RTO ऑफिस में भीड़ कम करने को लेकर योजना बनाई गई है.


परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि नई व्यवस्था में पहले के मुकाबले रोजाना 33 फीसदी अपॉइंटमेंट ही दिए जाएंगे. इसमे भी पूरे दिन को तीन टाइम ब्रेकेट में बांटा जायेगा. आवेदक को जो समय मिलेगा उसी पर आना होगा. ऐसा करने से RTO ऑफिस में एक समय पर भीड़ काफी कम होगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सकेगा. नई व्यवस्था में अपॉइंटमेंट के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट में जरूरी बदलाव किये जा रहे हैं. ये सारी व्यवस्था सभी को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए की जा रही है.



जानें- जरूरी बातें


- परिवहन विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में सालाना 25 से 30 लाख के बीच ड्राइविंग लाइसेंस बनते हैं
- इनमें से करीब 50 फीसदी लाइसेंस नए होते हैं, जबकि बाकी 50 फीसदी में पता बदलवाना, डुप्लीकेट लाइसेंस जैसे केस होते हैं
- राजधानी लखनऊ की ही बात करें तो रोजाना करीब 600 से 700 लोगों को अपॉइंटमेंट दिया जाता है
- प्रदेश के विभिन्न जिलों में अमूमन 20 दिन से लेकर 1 महीने तक कि वेटिंग पर अपॉइंटमेंट मिलता है
- इसका मतलब पहले जिस ड्राइविंग लाइसेंस के अपॉइंटमेंट के लिए 1 महीना इंतजार करना पड़ता था, अब 3 महीने करना होगा
- ये सारी व्यवस्था हमको और आपको कोरोना से बचाने के लिए हो रही है