नई दिल्लीः एबीपी न्यूज ने भोपाल के दुष्यंत कुमार संग्रहालय की बेदखली की आवाज कई बार उठाई और अब जाकर असर हुआ है. सरकार ने संग्रहालय को नया मकान आवंटित कर दिया है और वो भी बड़ा मकान आवंटित किया गया है. भोपाल में स्मार्ट सिटी के कारण इस संग्रहालय को सरकार तोड़ने जा रही थी.
भोपाल के साऊथ टीटी नगर में स्मार्ट सिटी का काम चल रहा है और यहां के सारे मकान तोड़ कर मैदान बना दिया है. बचा है तो सिर्फ एक मकान जिसमें पिछले कई सालों से दुष्यंत कुमार स्मृति संग्रहालय चल रहा है. इसे भी बेदखली का नोटिस मिल गया है और संग्रहालय के सामान को समेट लिया गया है. साहित्यकारों के घर से मिली किताबें और पांडुलिपियों को बोरियों में बंद कर दिया गया है मगर फिर भी बहुत कुछ बाकी रह गया है.
संस्था के लोंगो के पास संकट था कि इस सामान को कहां ले जाएं क्योंकि सरकार ने स्मार्ट सिटी बनने पर जगह देने का वायदा किया था मगर तब तक ये सामान कहां रखें इसकी दिक्कत थी. एबीपी न्यूज ने अभी 9 अगस्त को स्टोरी की थी और इस बात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सामने भी उठाया गया था. अब जाकर सरकार ने एक मकान संग्रहालय को आवंटित कर दिया है.
मशहूर कवि दुष्यंत कुमार के नाम पर बना ये संग्रहालय पिछले बीस सालों से अलग अलग रूप में चल रहा है. यहां पर दिन भर साहित्यिक गतिविधियां चलती रहती थी. संग्रहालय पर इस बेदखली की तलवार पिछले एक साल से लटकी है और अब जाकर कुछ ठिकाना मिलाने की बात हो रही है. हालांकि इस बीच में संग्रहालय साढ़े तीन लाख से ज्यादा का बकाया सरकार को एकमुश्त चुका है. नये ठिकाने की बात से दुष्यंत जी के परिवार के बेटे भी प्रसन्नता जता रहे हैं मगर कह रहे हैं की देरी तो हो गई है. हालांकि संग्रहालय को जहां मकान दिया है वहां अभी कोई रह रहा है इसलिए नए भवन में जाने के लिए अभी एक से दो महीना और लगेगा. एबीपी न्यूज की खबर के असर से इस संग्रहालय को नया पता मिल गया है और यही अच्छी बात है.