नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने बीएसपी के खाते में 104 करोड़ रूपये से अधिक और पार्टी प्रमुख मायावती के भाई आनंद के खाते में 1.43 करोड़ रूपये जमा करा जाने को लेकर आयकर विभाग को सूचित किया है और संबंधित दस्तावेज शेयर किए हैं.


ईडी ने आयकर विभाग के साथ शेयर किए रिकॉर्ड


अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने आयकर विभाग के साथ रिकॉर्ड शेयर किए जिनमें ‘आठ नवंबर से 12 दिसंबर के बीच’ पार्टी के खाते में 104.36 करोड़ रूपये की राशि को सिलसिलेवार ढंग से जमा कराए जाने के ब्यौरे का उल्लेख है. उन्होंने कहा कि आयकर विभाग को इस बारे में सूचित किया गया है क्योंकि उसे राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे और अनुदान की वैधानिकता की जांच का अधिकार हासिल है.


एजेंसी की ओर से आयकर विभाग के साथ साझा किए गए ब्यौरे में सितम्बर महीने में इसी खाते में 12.09 करोड़ रूपये की राशि को सिलसिलेवार ढंग से जमा कराए जाने का जिक्र है. इसी तरह के एक अन्य खाते का उल्लेख है जिसका ताल्लुक आनंद से है.


ईडी ने करोल बाग स्थित यूनियन बैंक की शाखा में बीएसपी एवं आनंद से संबंधित खातों में भारी भरकम राशि जमा कराए जाने का कल पता लगाया था. मायावती ने आज आरोप लगाया कि केंद्र सरकार उनकी पार्टी की छवि धूमिल करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर रही है.



BSP के खाते में 104 करोड़ रपये को लेकर मायावती, केंद्र सरकार में आरोप-प्रत्यारोप


प्रवर्तन निदेशालय द्वारा बीएसपी के बैंक खाते में 104 करोड़ रपये जमा होने का पता लगाये जाने के घटनाक्रम से नाराज पार्टी प्रमुख मायावती ने आरोप लगाया कि यह सरकारी तंत्र का इस्तेमाल कर उनकी पार्टी की छवि को खराब करने की ‘दलित विरोधी’ बीजेपी और मोदी सरकार की कोशिश है.


इस बीच, मोदी सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों ने मायावती पर पलटवार किया. बीजेपी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि मायावती को दलित पहचान हो जाने से भ्रष्टाचार में शामिल होने का लाइसेंस नहीं मिल जाता. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री अपने दलित होने का मुद्दा उठाकर ‘भ्रष्टाचार को छिपाने’ की कोशिश कर रही हैं.


क्या दलितों के नाम पर भ्रष्टाचार को छिपा दिया जाएगा?




केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''उनके आरोप बेबुनियाद हैं और हम इनकी निंदा करते हुए इन्हें खारिज करते हैं. अगर प्रवर्तन निदेशालय नियमित कार्रवाई करता है तो वह इतनी बेचैन क्यों हैं? क्या दलितों के नाम पर आपके भ्रष्टाचार को छिपा दिया जाएगा?''


उन्होंने कहा, ''क्या मायावती कहना चाहती हैं कि उनके भ्रष्टाचार को दलितों के खिलाफ लड़ाई माना जाना चाहिए.'' प्रसाद ने कहा कि बीएसपी प्रमुख ने अपनी पार्टी के बैंक खाते में धन जमा होने की बात से इनकार नहीं किया है.


दलित की बेटी होना भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस नहीं


रामबिलास पासवान ने कहा, ''मेरी पार्टी एलजेपी दलितों के लिए काम करती है. हमारे छह लोकसभा सदस्य हैं और लोजपा के बैंक खाते में कुल धन 1,03,198 रुपये है. दलित की बेटी होने से आपको भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता. उन्हें कानून को अपना काम करने देना चाहिए और अधिकारियों को उनकी पार्टी के खाते की जांच करने देनी चाहिए.''


नोटबंदी के ऐलान के बाद से इस पर मायावती के कड़े विरोध पर चुटकी लेते हुए एलजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह साफ हो गया है कि वह और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद इसकी सबसे ज्यादा आलोचना क्यों कर रहे हैं.