पटना: बिहार में आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव परिवार के अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल की जमीन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से जब्त किए जाने के बाद इसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है. बिहार में सत्ताधारी जेडीयू ने तंज कसते हुए सलाह दी है कि लालू परिवार को अब अपनी बेनामी संपत्ति गरीबों में दान कर देनी चाहिए जहां 'तेजमीसा-लारा भ्रष्टाचार कॉलोनी' का निर्माण हो. इससे ना केवल गरीबों का कल्याण हो जाएगा बल्कि लालू परिवार के सदस्यों का नाम भी अमर हो जाएगा.


जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने बुधवार को कहा कि अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल की जमीन अगर पांच-पांच डिसमिल प्रति व्यक्ति के हिसाब से भी गरीबों, दलितों के बीच बांटी होती तो न केवल 85 गरीब परिवारों का कल्याण हो जाता, बल्कि उस कलोनी का नाम भी 'तेजमीसा-लारा भ्रष्टाचार कॉलोनी' रख देते. इससे आने वाली पीढ़ी को एक शिक्षा मिलती कि सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार पतन का कारण है. साथ ही इस नाम से परिवार के सदस्यों का नाम भी अमर हो जाता.


गौरतलब है कि ईडी ने मंगलवार को अदालत के आदेश के बाद लालू परिवार के अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल को जब्त कर दिया है. करीब 750 करोड़ की लागत से 115 कट्ठा जमीन में बन रहा यह मॉल बिहार का सबसे बड़ा मॉल बताया जा रहा था.


जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, "इन संपत्तियों का जब्त होना तय है. ऐसे समय में कोई बचाने नहीं आएगा, क्योंकि जब इन संपत्तियों को अवैध तरीके से अर्जित किया जा रहा होगा, तो इस संपत्ति को देने वालों का दर्द भी कोई देखने नहीं आया होगा." उन्होंने तेजस्वी को ट्विटर बउआ कहते हुए कहा, "कफन में पॉकेट नहीं होती."