बिहार: मुजफ्फरपुर के बाद गया में चमकी बुखार का प्रकोप, 10 दिनों में आठ बच्चों की मौत
पिछले दस दिनों में गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आठ बच्चों की मौत हो चुकी है. अभी तक 33 बच्चे यहां पहुंच चुके हैं. 18 अभी अस्पताल में भर्ती हैं. कुछ बच्चे इलाज के बाद वापस भी लौट चुके हैं. विशेष आईसीयू वार्ड में भी बच्चे भर्ती हैं.
गया: बिहार में मुजफ्फरपुर के बाद गया जिले में एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या चमकी बुखार ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एएनएमएमसीएच) में चमकी बुखार के संदिग्ध मरीजों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. अब तक यहां 33 मरीज पहुंच चुके हैं. इसमें 18 अस्पताल में भर्ती हैं और 10 दिनों में आठ बच्चों की मौत हो चुकी है.
हर साल मानसून के आते ही गया में चमकी बुखार के संदिग्ध मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है. जब मरीजों के आने का सिलसिला शुरू होता है उसके बाद जिलास्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों और स्वास्थ्य पदाधिकारियों का वर्कशॉप भी शुरू होता है. तब तक कई बच्चे काल के गाल में समा चुके होते हैं.
एएनएमएमसीएच में 2 जुलाई से एईएस के संदिग्ध मरीजो के आने का सिलसिला शुरू हुआ. अबतक कुल 33 मरीज पहुंच चुके हैं. इसमें आठ बच्चों की मौत हो चुकी. कुछ बच्चे इलाज के बाद वापस भी लौटे हैं. अभी तक 18 बच्चे यहां भर्ती हैं. सभी बच्चों का ब्लड सैम्पल आरएमआरआई भेजा जा चुका है. इसमें जिस बच्चे की पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी आज उसकी मौत हो गयी. मेडिकल कॉलेज में अलग-अलग वार्ड के अलावे विशेष आईसीयू वार्ड में बच्चे भर्ती हैं.