राजस्थान में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के लिए सरकार बनाने की राह आसान नज़र नहीं आ रही है. अब तक मिल रहे ताज़ा अपडेट के मुताबिक कांग्रेस पार्टी 94 सीटों पर आगे चल रही है जबकि बीजेपी ने 82 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है.

लेकिन सत्ता के शिखर तक इन पार्टियों के पहुंचने का रास्ता जिसने रोका है वो हैं निर्दलीय उम्मीदवार. जी हां, राजस्थान में 199 सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनावों में 23 अन्य उम्मीदवार इस बार विधानसभा तक पहुंचते नज़र आ रहे हैं.

ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने 8 निर्दलीय उम्मीदवारों से सरकार बनाने के लिए बातचीत शुरु कर दी है. कांग्रेस पार्टी को सूबे में सरकार बनाने के लिए 100 सीटों की ज़रूरत है और अगर 8 निर्दलीय उनका समर्थन कर देते हैं तो फिर कांग्रेस की सरकार बनना तय है.

सचिन पायलट ने खुद ये स्थिती स्पष्ट करते हुए कहा कि वो निर्दलीय उम्मीदवारों से बातचीत कर रहे हैं. सचिन ने कहा, ''जो भी कांग्रेस विचारधारा रखने वाले अगर चुनाव जीतकर आते हैं तो फिर हम उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं. मैं उन सभी लोगों के टच में हूं जो जीतने की स्थिती में हैं.'' इसके साथ ही सचिन ने ये भी कहा कि वो सभी निर्दलीय उम्मीदवार जो बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ हैं वो उनके साथ आ सकते हैं.

राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे सचिन ने ये भी साफ कर दिया उनकी पार्टी सबसे पहले खुद के बूते ही प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है. लेकिन अगर ज़रूरत पड़ती है तो फिर वो निर्दलीय के साथ भी आ सकते हैं. सचिन ने कहा, ''राजस्थान में लोगों ने बीजेपी की नीतियों के खिलाफ वोट दिया है. हमें स्पष्ट बहुमत मिलेगा.''