नई दिल्ली: मोदी सरकार के मंत्री 4 साल पूरे होने पर देश भर में सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं. गांव-गांव तक बिजली पहुंचाने का दावा कर रहे हैं लेकिन बरेली में एक गांव ऐसा भी है जहां 30 साल पहले ट्रांसफॉर्मर चोरी हो गया था और आज तक नहीं लग सका. जिस वजह से ग्रामीण बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं. बिजली नहीं होने की वजह से लड़कों की शादियां नहीं हो रही है. बिजली के तारों पर लोग कपड़े सुखाते हैं.
बिजली के तारों पर सुखाए जा रहे है कपड़े
बरेली जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर शीशगढ़ का गिरधरपुर गांव है. दरअसल इस गांव में 30 साल पहले बिजली पहुंच गई थी. पांच-छह महीने तक बिजली आई और एक दिन रात में चोर ट्रांसफॉर्मर चुरा ले गए. जिसके बाद से आज तक यहां बिजली नहीं पहुंची.
दिए की रोशनी में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे
गांव के बच्चे अंधेरे में पढ़ने को मजबूर हैं. महिलाएं घरों में हाथ वाले पंखे से काम चलाती हैं तो गांव के पुरुष पेड़ के नीचे बैठकर गर्मी का आनंद लेते हैं. ऐसा नहीं की गांव वालों ने कोई प्रयास नहीं किया. ग्रामीणों ने सांसद, विधायक से लेकर अफसरों तक से शिकायत की लेकिन आज तक उनकी सुनवाई नहीं हुई. उन 30 सालों में देश और प्रदेश के कई सरकारें बदल गई. लेकिन गांव वालों के दिन नहीं बदले. यूपी में कांग्रेस, एसपी, बीएसपी, बीजेपी सभी सरकारे रहीं लेकिन किसी ने भी इन ग्रामीणों की सुध नहीं ली.
बिजली नहीं होने से नहीं हो रही शादियां
बिजली नहीं होने की वजह सर गांव में शादियां नही होती. गांव के दर्जनों लड़के कुंवारे हैं. गांव में अगर शादी में किसी को दहेज में फ्रिज, वाशिंग मशीन, टीवी मिली है तो वो सब रखे-रखे बेकार हो जाते हैं.
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भी नहीं सुनी ग्रामीणों की
ग्रामीणों का कहना है कि सिर्फ चुनाव के वक्त नेता वोट मांगने आते हैं उसके बाद कोई भी शक्ल नहीं दिखाता. चुनाव के वक्त नेता आश्वासन देते हैं कि गांव में बिजली लगवा देंगे लेकिन जितने के बाद कोई उन ग्रामीणों की सुध नहीं लेता. वहीं चार साल पूरे होने पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता बरेली के सातवी बार के सांसद और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार कह रहे हैं कि उन्होंने गांव-गांव तक बिजली पहुंचाने का काम किया है.
सौभाग्य योजना से होगा छुटे हुए गांव और मजरों में बिजली पहुंचाई जाएगी
जब इस बारे में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता लोकेश कुमार से पूछा गया तो उनका कहना है जितने भी गांव बिजली से वंचित रह गए है वहां पर सौभाग्य योजना के तहत बिजली पहुंचाई जाएगी. उन्होंने कहा कि गिरधरपुर गांव में ट्रांसफार्मर नहीं लगे होने की उनके पास जानकारी नहीं है.लेकिन अब गांव में टीम भेजकर समस्या का समाधान किया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि अभी भी बरेली के ग्रामीण इलाकों में करीब 372529 कनेक्शन होना बाकी रह गए हैं. इसके अलावा शहरी इलाके में 88012 लोग कनेक्शन से वंचित रह गए है जिनको जल्द ही कनेक्शन दिया जाएगा. इसके लिए 200 करोड़ का बजट सरकार की तरफ से दिया गया है और दिसम्बर 2018 तक इस काम को पूरा करने की समयसीमा है.
गिरधरपुर गांव में किसान बिरादरी के लोग रहते हैं करीब 5000 आबादी वाले इस गांव में 1150 वोटर हैं. इस गांव में गरीबी की वजह से आज तक कोई बच्चा डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक नहीं बन सका. गांव में घरों में शौचालय भी नहीं है.