चमकी बुखार: बिहार में कुल 154, सिर्फ मुजफ्फरपुर में 120 बच्चों की मौत, डीएम ने सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द की
मुजफ्फरपुर के डीएम आलोक रंजन ने सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी है. उन्होंने अधिकारियों को को निर्देश दिया है कि वे गांव में कैंप करें और लोगों से मिले. अबतक सिर्फ मुजफ्फरपुर में 120 बच्चों की मौत हो गई है. पूरे राज्य में चमकी बुखार ने 154 मासूमों की जान ले ली है.
मुजफ्फरपुर: बिहार में चमकी बुखार से मासूम बच्चों की मौत का सिलसिसा थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा जानकारी के मुताबिक मुजफ्फपुर में आज कुल छह बच्चों की मौत के साथ ये आंकड़ा 120 तक पहुंच गया है. वहीं पूरे बिहार में मरने वालों बच्चों की संख्या बढ़कर 154 हो गई है. इस स्थिति को देखते हुए मुजफ्फरपुर डीएम के डीएम आलोक रंजन ने सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी है. प्रशासन की ओर से सावधानी बरती जा रही है. डीएम आलोक रंजन के निर्देश के मुताबिक कहा गया है कि सभी अधिकारी गांव-गांव जाकर लोगों से मिलें. अधिकारियों को गांव में कैंप करने के निर्देश दिए गए हैं.
उधर बच्चों की मौत पर नीतीश कुमार की सरकार को विपक्ष ने निशाने पर लेना शुरू कर दिया है. आरजेडी ने सवाल किया कि कितने गरीब बच्चों की मौत पर सीएम नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे इस्तीफा देंगे. आरजेडी ने ट्वीट किया, ''कितने गरीब बच्चों के मौत पर CM नीतीश कुमार और HM मंगल पांडे "नैतिकता" के आधार पर इस्तीफ़ा देंगे?’’ गौरतलब है कि मंगलवार को जब नीतीश मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो वहां नाराज लोगों का विरोध झेलना पड़ा. गुस्साए लोगों ने नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाए.
वहीं बच्चों की मौत को लेकर मुजफ्फरपुर निवासी मोहम्मद नसीम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और अश्विनी कुमार चौबे और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एक स्थानीय अदालत में शिकायत दर्ज कराई है. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने मामले की सुनवाई की तारीख 25 जून मुकर्रर की है.