प्रतापगढ़: यूपी एसटीएफ ने कुख्यात तौकीर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है. तौकीर एक लाख का इनामी बदमाश था और कई मामलों में वांछित चल रहा था. इलाके के डॉक्टरों और व्यापारियों में तौकीर का खौफ था. आए दिन वो रंगदारी के लिए लोगों को फोन किया करता था. तौकीर प्रतापगढ़ के भुलियापुर का रहने वाला था और पिछले काफी वक्त से पुलिस उसकी तलाश में थी. एसटीएफ भी इसके पीछे थी और गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी.


शातिर अपराधी था तौकीर


तौकीर धीरे-धीरे प्रतापगढ़ से लेकर प्रयागराज तक खौफ का दूसरा नाम बन गया था. उसके बढ़ते अपराधों को देखते हुए यूपी पुलिस ने उस पर एक लाख रुपयों का इनाम भी घोषित कर दिया था. पुलिस जहां उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी वहीं वो रंगदारी वसूलता जा रहा था.


जो उसे रंगदारी देने से इंकार करता था, तौकीर उस पर फायरिंग कराता था, डाराता धमकाता था. यही नहीं वो मार्बल व्यापारी राजेश सिंह, जिला जेल के बंदी रक्षक हर नारायण त्रिवेदी और गुलरहा के प्रधान की हत्या का भी आरोपी था. एक बैंक लूट की घटना में भी वो वांछित चल रहा था.


यूपी पुलिस और एसटीएफ थी पीछे


अपराधी कितना भी बड़ा हो जाए लेकिन उसे कानून का खौफ हमेशा रहता है. तौकीर यूपी और पड़ोस के राज्यों में भागता फिरता था. वो अचानक से आता था और वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाता था. लेकिन पुलिस और एसटीएफ ने धीरे धीरे उस पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया था.


उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया और फिर धीरे धीरे उसकी लोकेशन भी पुलिस को पता लगने लगी थीं. एसटीएफ अधिकारी अभिषेक सिंह समेत जिला पुलिस के आला अधिकारी इस ऑपरेशन में हिस्सा ले रहे थे.


ऐसे हुआ एऩकाउंटर


आखिरकार पुलिस को उसकी लोकेशन मिली और पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंच गई. तौकीर और उसके साथी ने पुलिस को देखते ही फायरिंग करनी शुरु कर दी. पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गई. तौकीर का साथी फरार हो गया लेकिन एक गोली तौकीर को लग गई.


इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई. मौके से पुलिस को दो 32 बोर की पिस्टल, 30एमएम की एक कार्बाइन और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं. कोतवाली के चिलबिला कोट के पास रात साढ़े तीन बजे जब इस ऑपरेशान को अंजाम दिया जा रहा था जब फायरिंग की आवाजों से ग्रामीण भी दहशत में आ गए थे.