बरेली: मदरसे में मनाया गया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने मदरसे में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया. बरेली के सराय में स्थित मदरसे में केक काटकर और परिंदों को आज़ाद करके जन्मदिन मनाया गया.
बरेली: बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने मदरसे में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया. बरेली के सराय में स्थित मदरसे में केक काटकर और परिंदों को आज़ाद करके जन्मदिन मनाया गया. इस मौके पर अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रदेश मंत्री नाज़िया आलम और प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक एवं वक्ता डॉ. एसई हुदा ने मदरसे के छात्रों को केंद्र, प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रहीं अल्पसंख्यक समाज से सम्बन्धित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया और योजनाओं से संबंधित पत्रिका का वितरण किया.
वाजपेयी जी की 94वीं जयन्ती भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के तत्वावधान में मदरसा इस्लामिया अरबिया ईशा अतुल उलूम में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी. कार्यक्रम का शुभारंभ मदरसे के छात्र रईस मियाँ द्वारा कुरान शरीफ़ की तिलावत के साथ हुआ. उसके बाद मदरसा शिक्षक मास्टर इक़रार ने अटल जी को देश का सर्वमान्य नेता बताते हुए उनकी "हार नही मानूंगा..." कविता का पाठ किया.
प्रदेश मंत्री (अल्पसंख्यक मोर्चा)डॉ. नाज़िया आलम ने सरकार द्वारा चलाई जा रही अल्पसंख्यक समाज से सम्बन्धित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने योजनाओं से संबंधित पत्रिका का वितरण भी किया. उन्होंने कहा कि भारत रत्न स्व०अटल बिहारी वाजपेयी ने इस देश को "सबका साथ सबका विकास" के पथ पर चलने को मार्गदर्शित किया जिसका अनुसरण करते हुए भारतीय जनता पार्टी विकास के पथ पर सभी समाज को साथ ले कर आगे बढ़ रही है.
प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक एवं वक्ता डॉ. एस.ई.हुदा ने मदरसे के बच्चों और शिक्षकों को ख़िताब करते हुये कहा कि अल्लाह के नबी मोहम्मद मुस्तुफा सल्लाहों अलैहे वस्लम का इरशादे गिरामी है कि तालीम ईमान की रूह है. मौजूदा वक्त में दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम की भी बहुत ज़रूरत है. हम चाहते हैं कि मदरसा छात्रों के एक हाथ मे कुरान और एक हाथ मे कंप्यूटर हों.
उन्होंने कहा कि मदरसे मुख्य धारा एजुकेशन के साथ जुड़े तथा देश को विश्व गुरु बनाने में अपना सहयोग सुनिश्चित कर सकें. इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए उत्तर-प्रदेश की योगी सरकार ने मदरसों को ऑनलाइन करने की पहल की है. जिसके माध्य्म से मदरसों में व्याप्त अनियमितताओं को रोकने में मदद मिलेगी. शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा, वज़ीफे से संबंधित समस्याओं को दूर करने में आसानी होगी.