नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले को लेकर राजनीति गर्म है. अनंनतनाग हमले के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था, जिसके जवाब में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने न सिर्फ राहुल गांधी, बल्कि पूरे नेहरू-गांधी परिवार पर ही हल्ला बोल दिया है. स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के वार पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी आतंकवादियों की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर रहे हैं. स्मृति ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की सोच बहुत छोटी है उन्हें आतंकवाद की नहीं राजनीतिक समीकरण की चिंता है.
''सेना नहीं बल्कि आतंकियों के साथ खड़े हैं राहुल गांधी''
ABP न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में मोदी सरकार में कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ''हमारे सुरक्षा बल, जो हर मोर्चे लड़ते हैं, राहुल गांधी उनके साथ नहीं बल्कि आतंकियों के साथ खड़े हैं. उनकी पार्टी के नेता आर्मी चीफ को गुंडा कहते हैं. राहुल गांधी ने एक बार भी अपनी पार्टी के नेताओं के बयान की निंदा नहीं की. मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर कहा कि मोदी को हटाओ फिर देखो भारत-पाकिस्तान के संबंध कैसे रहते है ? तब भी राहुल गांधी चुप रहे. राहुल आतंकी हमलों पर ओछी राजनीति कर रहे हैं.''
स्मृति ईरानी ने कहा, ''राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, वहां से वापस लौट कर मोदी जी के खिलाफ कोई न कोई शिगूफा छोड़ देते हैं. राहुल गांधी की सोच बहुत छोटी है. इतना छोटा कैसे सोच सकते हैं, मेरे पास शब्द नहीं है. राहुल गांधी की इतनी छोटी सोच है ? देश अच्छी तरह जानता है कि राहुल गांधी में नेतृत्व की क्षमता नहीं है. राजनीतिक सूझ-बूझ नहीं है. इसलिए वे हर बार ऐसे बयान देते हैं जिसे देश स्वीकार नहीं करता.''
''आतंकवाद की नहीं बल्कि राजनीतिक समीकरण की चिंता''
स्मृति ने कहा, ''राहुल गांधी को आतंकवाद की नहीं बल्कि राजनीतिक समीकरण की चिंता है. मोदी सरकार की तीन साल की उपलब्धि उनको बार-बार याद दिलाती है. चाहे GST हो या सर्जिकल स्ट्राइक हो. इसलिए वो आतंकी हमले के मौके पर भी राजनीति करते हैं.'' उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी अमेठी की चार सीट हारे हैं, अगली बार पांचों सीटे हारेंगे.''
ईरानी ने कहा, ''मैं पुनिया जी को बताना चाहती हूं कि वे बड़े नेता हैं. वरिष्ठ नेता है. लेकिन उनको भी इस बात का गम है कि स्मृति ने अमेठी में 4 विधानसभा क्यों जीती.'' स्मृति ने कहा, ''चूंकि मैं अमेठी से चुनाव लड़ चुकी हूं. इसलिए सभी के निशाने पर रहती हूं. आखिर कांग्रेस के नेताओं को भी तो अपनी वफादारी साबित करनी होती है.''
क्या है पूरा मामला ?
आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर करारा हमला बोला. राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा है, ''मोदी की नीतियों ने कश्मीर में आतंकवादियों के लिए जगह बनाने का काम किया है. इससे भारत को गंभीर रणनीतिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. पीडीपी से हाथ मिलाकर मोदी को भले ही तात्कालिक राजनीतिक फायदा हुआ हो, लेकिन भारत को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है.''
राहुल गांधी की इस टिप्पणी से आगबबूला स्मृति ईरानी ने उन पर तीखे हमलों की मानों बौछार ही कर दी. स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के इस आरोप का जवाब ये कहते हुए दिया कि कश्मीर में देश को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, उसके लिए पूरा नेहरू-गांधी परिवार जिम्मेदार है.
'मोदी का व्यक्तिगत फायदा = भारत की रणनीतिक हार + निर्दोष भारतीयों के खून की कुर्बानी'
राहुल गांधी के ट्वीट की जिस लाइन से बीजेपी सबसे ज्यादा भड़की हुई है, वो है पीएम मोदी पर निजी फायदे का आरोप. राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ''मोदी का व्यक्तिगत फायदा = भारत की रणनीतिक हार + निर्दोष भारतीयों के खून की कुर्बानी''
दरअसल, अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद से राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी को निशाना बनाते आ रहे हैं. दस जुलाई को राहुल ने अपने ट्वीट में आतंकी हमले को सुरक्षा में भारी चूक बताते हुए प्रधानमंत्री से इसकी जिम्मेदारी लेने को कहा था. 18 विपक्षी दलों ने भी एक प्रस्ताव पारित करके कहा है कि सरकार को इस बात पर आत्मचिंतन करना चाहिए कि पहले से खुफिया जानकारी मिलने के बावजूद अमरनाथ यात्रियों पर हुए कायराना आतंकी हमले को रोका क्यों नहीं जा सका.