लखनऊ: एबीपी न्यूज के एग्जिट पोल में यूपी में बीजेपी नंबर वन पार्टी जरूर है, लेकिन बहुमत से दूर है. किसी भी पार्टी को एग्जिट पोल में बहुमत नहीं मिल रहा है. अब सवाल है कि सरकार कैसे बनेगी.  यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है. अखिलेश ने संकेत दिए हैं कि अगर नतीजों में बहुमत नहीं मिला तो बबुआ और बुआ मिलकर सरकार बना सकते हैं.


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यूपी में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा!


चुनाव के मैदान में बुआ और बबुआ की ये जंग आप सबने देखी, लेकिन अब एग्जिट पोल के आंकड़े आ गए हैं. अनुमान है कि यूपी में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा. यही वजह है अब बुआ को लेकर बबुआ के बोल बदल गए हैं. अब बबुआ बुआ के साथ सरकार बनाने की बात कह रहे हैं.



अखिलेश यादव ने बीबीसी को दिए एक बयान में कहा, ‘’गठबंधन के लिए मैं अभी इसलिए नहीं कह सकता हूं कि हम खुद सरकार बनाने जा रहे हैं. मैंने हमेशा मायावती को एक रिश्ते के तौर पर संबोधित किया है तो लोगों को लग सकता है कि कहीं हम बीएसपी से गठबंधन न कर लें. ये बात कहना अभी कहना मुश्किल है लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हमारा बहुमत आने वाला है और हम सरकार बनाने वाले हैं. हां अगर सरकार के लिए ज़रूरत पड़ेगी तो देखिए, कोई नहीं चाहेगा कि राष्ट्रपति शासन हो बीजेपी रिमोट कंट्रोल से उत्तर प्रदेश को चलाएं. इससे बेहतर होगा कि एसपी और बीएसपी साथ मिलकर सरकार बनाएं.’’


सपा और बसपा साथ आए तो 241 हो जाएगी सीटों की संख्या!


अखिलेश मायावती के साथ सरकार की बात क्यों कर रहे हैं.  इसका जवाब एबीपी न्यूज का एग्जिट पोल दे रहा है, जिसमें यूपी में किसी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. लेकिन अगर बुआ और बबुआ साथ आ जाएं,एसपी के 169 और बीएसपी के 72 सीट को मिला दिया जाए तो संख्या 241 होती है जो बहुमत के जादुई आंकड़े 202 से 39 ज्यादा है.



संख्या के इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी ने मायावती की तरफ अब दोस्ती का हाथ बढ़ाया है. बहाना बीजेपी को रोकने का है. अखिलेश और उनके दोस्त गांधी दोनों को शायद इस बात का अंदाजा पहले से ही था कि बहुमत नहीं मिलने वाला है, इसलिए चुनाव मैदान में मोदी पर तो खूब हमले किए लेकिन जब नाम बुआ यानी मायावती का आया तो दोनों नरम ही दिखे.


त्रिशंकु विधानसभा में सत्ता की चाबी मायावती के पास


राजनीति में कोई स्थाई न दोस्त होता है और न दुश्मन. इतिहास इस बात का गवाह है कि हालात के हिसाब से रिश्ते बनते और टूटते है. मायावती बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों के साथ सरकार बना चुकी हैं. अब नजर इस बात पर है कि क्या बुआ बबुआ का ये ऑफर मानेंगी. एग्जिट पोल तो फिलहाल यही बता रहे हैं कि त्रिशंकु विधानसभा में सत्ता की चाबी मायावती के पास ही होगी.


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