बुलंदशहर हिंसा: 72 घंटे बाद योगी को शहीद इंस्पेक्टर के परिवार की आई याद, मिलकर मदद का भरोसा दिया
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि सुबोध सिंह के बच्चों की पढ़ाई और घर का लोन भी सरकार की तरफ से चुकाया जाएगा. इसके अलावा शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के नाम पर रोड का नाम रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि 50 लाख रुपए की पूरी रकम परिवार को ही दी जाएगी.
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर भीड़ हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिवार से मुलाकात की. सीएम के अलावा मंत्री अतुल गर्ग और डीजीपी ओमप्रकाश सिंह भी वहां मौजूद रहे. योगी ने परिवार को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाते हुए निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है. योगी ने शहीद के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का एलान भी किया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिवार, मंत्री अतुल गर्ग और यूपी डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस की. कांफ्रेंस में डीजीपी ने कहा कि हम सभी लोग पीड़ित परिवार के साथ हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी वो जो भी हो बख्शा नहीं जाएगा. डीजीपी ने कहा कि सुबोध सिंह के बच्चों की पढ़ाई और घर का लोन भी सरकार की तरफ से चुकाया जाएगा. इसके अलावा शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के नाम पर रोड का नाम रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि 50 लाख रुपए की पूरी रकम परिवार को ही दी जाएगी. पहले आदित्यनाथ ने इंस्पेक्टर की पत्नी को 40 लाख रुपये और माता-पिता को 10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी. क्योंकि शहीद के माता-पिता गुजर चुके हैं इसलिए सारी रकम परिवार को ही दी जाएगी. इसके अलावा सीएम ने दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को पेंशन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है.बता दें कि पुलिस दो प्राथमिकियों के आधार पर हिंसा की जांच कर रही है जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक युवक सुमित कुमार की गोलियां लगने से मौत हो गयी थी. एक प्राथमिकी कथित गोकशी को लेकर है वहीं दूसरी प्राथमिकी हिंसा से जुड़ी है. इस मामले में अबतक 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस मामले पर कहा, "इस घटना पर राजनीति करने की जरूरत नहीं है. घटना बहुत ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है. मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है. सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी."
बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी के शक में हिंसा भड़क उठी थी. इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक नौजवान सुमित चौधरी की मौत हो गई थी.
आदित्यनाथ ने बुलंदशहर की घटना में दिवंगत पुलिस इंस्पेक्टर की पत्नी को 40 लाख रुपये और माता-पिता को 10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इसके साथ ही उन्होंने योगी ने मंगलवार देर रात राज्य के आला धिकारियों के साथ बैठक कर गोकशी करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
मृतक युवक सुमित का परिवार धरने पर बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के अलावा सुमित नाम के युवक की भी मौत हुई थी. सुमित के परिजनों ने बुलंदशहर में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. सुमित के घरवालों ने मृतक सुमित को भी इंस्पेक्टर सुबोध की तरह शहीद का दर्जा दिए जाने समेत कई मांगे की है.
बजरंग दल के मेरठ संयोजक बलराज ने भी सुमित के परिवार से मुलाकात कर हड़ताल का समर्थन किया और बुलंदशहर हिंसा के लिए मुस्लिमों के कार्यक्रम इज्तिमा को जिम्मेदार ठहराया. इस बीच कल एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें सुमित भी पुलिस पर पत्थरबाजी करते दिख रहा था.