अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मन्नान वानी की मौत को लेकर इकट्ठा हुए तीन छात्रों को आज सस्पेंड कर दिया गया. एएमयू के रजिस्ट्रार ने आज इस बात की जानकारी दी. बता दें कि मन्नान वानी कभी एएमयू का स्कॉलर था उसे वहां से निकाल दिया गया था. एएमयू में रिसर्च का छात्र रहा मन्नान वानी हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया था. मन्नान वानी को सुरक्षा बलों ने हंदवाड़ा में आज मार गिराया.


मन्नान के हिजबुल मुजाहिदीन का दामन थामने की खबरों से पूरी यूनिवर्सिटी हिल गई थी. मन्नान वानी की फेसबुक पर एक फोटो आई थी, जिसमें वो एके 47 राइफल लिए दिखा था. इस घटना के बाद से पुलिस और खुफिया एजेंसियों के रडार पर हर कश्मीरी छात्र है.


वहीं प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने ये दावा करते हुए कहा था कि मन्नान वानी का शामिल होना भारतीय प्रचार की पोल खोलता है कि कश्मीरी युवा बेरोजगारी और आर्थिक तंगी के कारण आतंकवादी संगठन में शामिल होते हैं.


बता दें कि पुलिस ने यूनिवर्सिटी से ऐसे कश्मीरी छात्रों का ब्यौरा मांगा था जिन्होंने बीच में पढ़ाई छोड़ दी, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, उनके क्या परिस्थतियां रहीं उनके पढ़ाई छोड़ने के पीछे क्या परिस्थितियां रहीं और एएमयू के बाद वो लोग कहां चले गए.