बरेली: सेना पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में आखिरकार भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) की 3 कश्मीरी छात्राओं पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. तीनों छात्राओं ने पुलवामा में हुए हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों के खिलाफ कश्मीर के एक व्हाट्सएप ग्रुप पर विवादित टिप्पणी की थी.


भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में पढ़ाई कर रही तीन छात्राओं ने 5 दिन पहले पुलवामा में हुए हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों के खिलाफ कश्मीर के एक व्हाट्सएप ग्रुप पर विवादित टिप्पणी की थी. इसकी जानकारी जैसे ही इंटेलिजेंस को हुई तो उसने आईवीआरआई प्रशासन को इसकी जानकारी दी.


जिसके बाद आईवीआरआई कुलपति की तरफ से एक कमेटी का गठन करके छात्राओं के बयान लिए गए. कश्मीरी छात्राओं ने कमेटी से कहा कि उन्होंने जो टिप्पणी की है उसका उन्हें कोई अफसोस नहीं है. जिसके बाद तीनों छात्राओं के खिलाफ आईवीआरआई की तरफ से कार्यवाही की गई.


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तीनों छात्राओं की फेलोशिप रोकी गई इसके अलावा यूनिवर्सिटी में होने वाले किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने पर रोक लगा दी. लेकिन मीडिया में खबर आने के बाद हिन्दू संगठन सक्रिय हो गए. विहिप के साथ भाजपा के विधायक पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा आईवीआरआई पहुंचे और यूनिवर्सिटी प्रशासन पर कश्मीरी छात्राओं पर एफआईआर कराने का दवाब बनाया.


जिसके बाद इज़्ज़तनगर थाने में तीनों कश्मीरी छात्राओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इस मामले में एसपी सिटी अभिनंदन सिंह का कहना है कि तीनों कश्मीरी छात्राओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.


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