साइबर अपराध को रेकने के लिए बरेली में खुला रेंज का पहला साइबर क्राइम थाना, स्पेशल टीम रखेगी नजर
बदलते वक्त में साइबर अपराध सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभरा है. अब साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए बरेली रेंज में पहला साइबर थाना खोला गया है. इस थाने के लिए पूरी तरह से एक अलग टीम तैयार की गई है. थाने का उद्घाटन एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने किया.
बरेली: साइबर क्राइम मौजूदा समय में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रहा है. साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए बरेली रेंज में पहला साइबर थाना खोला गया है. एडवांस सॉफ्टवेयर और एक्सपर्ट टेक्निकल स्टाफ के जरिये यहां से साइबर क्राइम पर कंट्रोल किया जाएगा. यह साइबर क्राइम थाना बरेली पुलिस लाइन में खोला गया है, जिसका उद्घाटन एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने किया.
एडीजी जोन अविनाश चन्द्र ने किया शुभारंभ
ऑनलाइन ठगी, बैंकों से धोखाधड़ी, एटीएम पिन पूछकर फ्रॉड करना, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्ट्राग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी जैसे अपराधों से निपटने के लिए बरेली की पुलिस लाइन में साइबर क्राइम थाने का शुभारंभ किया गया है. ये बरेली रेंज का पहला थाना है जिसमें बरेली समेत शाहजहांपुर, बदायूं और पीलीभीत में हुए साइबर क्राइम की मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके अलावा इस थाने में ही मंडल भर में हुए साइबर क्राइम की एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकेगी. इस साइबर थाने की मॉनिटरिंग डीआईजी रेंज राजेश कुमार पांडेय करेंगे.
एडवांस सॉफ्टवेयर के जरिये साइबर क्राइम पर किया जाएगा कंट्रोल डीआईजी रेंज राजेश कुमार पांडेय ने बताया की रेंज के चारों जिलो में जो साइबर क्राइम के मामले आते हैं उनके अलग-अलग जगहों पर निस्तारण में दिक्कत हो रही थी, प्रदेश के सभी रेंज के मुख्यालयों पर साइबर क्राइम के थाने खुले हैं जो भी संबंधित जिलों से होंगे या जिलों के थानों से होंगे वे सब यहां आएंगे. आधुनिक सॉफ्टवेयर है और हमारी जो मेन यूनिट है, लखनऊ और नोएडा की, उनसे जो भी टेक्निकल असिस्टेंस होगा उसे लेकर हम साइबर क्राइम पर अच्छे से कंट्रोल कर पाएंगे. इसके अलावा जो भी साइबर अपराध हैं उनकी एफआईआर भी यहीं दर्ज होगी. इसके साथ ही सीसीटीएनएस का नेटवर्क है उससे इसको जोड़ लेंगे. इसमें थोड़ा समय लग सकता है लेकिन अब सबकुछ यहीं से होगा और इसकी इन्वेस्टिगेशन भी यहीं से होगी. साइबर फ्रांड ने अपना स्वरूप बदल लिया है, यह प्रदेश ही नहीं देश भर चल रहा है.
अलग टीम की गई तैयार एडीजी जोन अविनाश चन्द्र ने कहा कि रेंज के चारों जिलो में जो भी साइबर क्राइम होते हैं उनमें कई फेक भी होते हैं. किसी ने कोई उल्टी सीधी पोस्ट डाल दी या किसी का पैसा बैंक से निकल गया, इन सभी तरह की एफआईआर यहीं पर दर्ज होंगी. जो भी प्रोफेशनल हैं, जिन्होंने ट्रेनिंग कर रखी है, जो एक्सपर्ट है, पूरी रेंज से उन्हें इस थाने में रखा गया है. इसके लिए पूरी तरह से एक अलग टीम तैयार की गई है.