नई दिल्ली: बिहार में 2019 लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए कल सीट बंटवारे का एलान कर सकती है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार और एलजेपी नेता चिराग पासवान शनिवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं. इस मसले पर बीजेपी और लोक जनशक्ति पार्टी के बीच समझौता होने के बाद औपचारिक ऐलान का रास्ता साफ़ हो गया.
एलजेपी को 6 लोकसभा और 1 राज्यसभा की सीट मिलेगी
दोनों दलों में बनी सहमति के मुताबिक़ लोक जनशक्ति पार्टी कुल 6 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. इनमें पांच लोकसभा सीटें बिहार में जबकि एक लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश या झारखंड से मिलेगी. इन दोनों राज्यों में से किस राज्य में लोजपा अपना उम्मीदवार उतारेगी इसका फ़ैसला आपसी बातचीत से बाद में होगा. पार्टी लगातार बिहार के बाहर भी उसे एक सीट दिए जाने की मांग कर रही थी ताकि उसके संगठन का विस्तार हो सके.
अगर ऐसा हुआ तो बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव नहीं लड़ा पाएगी बीजेपी-जेडीयू
इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गए. माना जा रहा है कि कल अमित शाह और नीतीश कुमार की भेंट हो सकती है जिसके बाद सीट बंटवारे का औपचारिक एलान हो जाएगा. वैसे बिहार में एलजेपी को 5 सीटें दिए जाने का मतलब है कि बीजेपी और जेडीयू एक समान सीटों पर चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. दोनों पार्टियों ने सितंबर में ही बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था. एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक़ बाक़ी बची 35 सीटों में से 18 पर बीजेपी और 17 पर जेडीयू चुनाव लड़ सकती है. वैसे अगले कुछ दिनों में साफ़ हो जाएगा कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू में बड़ा भाई कौन साबित होता है. बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटे हैं.
एक बार फिर राज्यसभा जाएंगे राम विलास पासवान
दोनों दलों के बीच गतिरोध की एक बड़ी वजह एलजेपी प्रमुख राम विलास पासवान को राज्यसभा भेजे जाने की मांग थी. सूत्रों के मुताबिक़ पासवान को राज्यसभा भेजे जाने पर बीजेपी ने हामी भर दी है. संभावना है कि अगले साल असम से खाली हो रही दो राज्यसभा सीटों में से एक पर राम विलास पासवान को राज्यसभा भेजा जाएगा. 2009 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद 2010 में राम विलास पासवान पहली बार बिहार से राज्यसभा के लिए चुने गए थे.
चिराग के टवीट् के बाद बीजेपी ने डैमेज कंट्रोल किया, जेटली ने निभाई अहम भूमिका
सीट बंटवारे में देरी का आरोप लगाते हुए एलजेपी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने 18 दिसंबर को ट्वीट् किया था जिसके बाद बवाल मच गया. उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने के बाद बीजेपी किसी भी सूरत में एक और साथी को खोना नहीं चाहती थी लिहाज़ा पार्टी तुरंत हरकत में आ गई.
डैमेज कंट्रोल की कोशिश में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लोजपा को मनाने के लिए गुरूवार को पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव को उनके घर भेजा. इसके बाद ख़ुद अमित शाह ने भी राम विलास पासवान और चिराग पासवान से मुलाक़ात की. इस बैठक में वित्त मंत्री अरूण जेटली भी मौजूद थे. संकटमोचक की भूमिका निभा रहे अरूण जेटली ने आज एक बार फ़िर रामविलास और चिराग पासवान से मुलाक़ात की जिसमें 6 सीटों पर तो सहमति बन गई लेकिन इनमें से बिहार के बाहर एक लोकसभा सीट दिए जाने और राम विलास पासवान को राज्यसभा भेजे जाने पर पेंच फंसा रहा. इसे सुलझाने के लिए अरूण जेटली और चिराग पासवान की दोबारा मुलाक़ात हुई जिसमें अंतिम सहमति बन पाई.
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