प्रयागराज. संगम नगरी प्रयागराज में भी कल से रैपिड एंटीजेन किट के ज़रिये कोरोना की टेस्टिंग की जाएगी. प्रयागराज में इसके लिए पहले फेज में पांच हज़ार किट भेजी गई हैं. यूपी सरकार ने इन रैपिड एंटीजन टेस्टिंग किटों को ख़ास तौर पर जर्मनी व बेल्जियम से मंगाया है. कल से शुरू होने वाली इस रैपिड जांच के लिए शहरी इलाके में छह सेंटर्स बनाए गए हैं. इसके लिए आज हेल्थ वर्कर्स को सीएमओ आफिस में ट्रेनिंग दी गई है. इस टेस्टिंग किट से घंटे भर के अंदर ही रिपोर्ट आ जाएगी. सीएम योगी के निर्देश पर यूपी के जिन पांच शहरों में एंटीजेन टेस्ट शुरू किये जा रहे हैं, उनमे सबसे ज़्यादा आबादी वाला जिला प्रयागराज भी शामिल है.
प्रयागराज के सीएमओ डा. जीएस बाजपेई के मुताबिक़ शासन ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट कराना चाहता है. अभी तक हो रहे टेस्ट का परीक्षण करने की लिमिट है. ऐसे में आईसीएमआर की अनुमति से यूपी सरकार ने सूबे के पांच बड़े शहरों में अब ज़्यादा टेस्ट कराए जाने हैं. ये टेस्ट रैपिड एंटीजेन टेस्टिंग किट से ही होंगे. इनका इस्तेमाल ख़ास तौर पर कन्टेनमेंट जोन और क्वारंटीन सेंटर्स में ही होना है.
पहले चरण में इस टेस्ट के लिए शहर के छह हिस्सों में टेस्टिंग सेंटर बनाए गए हैं. सीएमओ के मुताबिक़ एंटीजेन के साथ ही ट्रूनेट टेस्ट भी शुरू कराया जा रहा है. इन दोनों टेस्ट के शुरू होने से संक्रमितों की पहचान आसानी से हो सकेगी और कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा. हालांकि ट्रेनिंग के दौरान रैपिड एंटीजेन टेस्ट के नतीजों को लेकर तमाम सवाल उठे, जिसका जवाब डॉक्टर्स के पास नहीं था. प्रयागराज में पिछले दस दिनों में जिस तरह कोरोना के मामले तेजी से बढे हैं, उसके बाद इस तरह के टेस्ट यहां बेहद ज़रूरी हो गए हैं.
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