प्रयागराज: कुंभ नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है. दोनों नदियां खतरे के निशान से अब सिर्फ एक मीटर नीचे रह गई है. गंगा और यमुना जिस तेज रफ़्तार से बढ़ रही हैं, उससे यह आशंका जताई जा रही है कि दोनों नदियां जल्द ही खतरे के निशान को पार कर जाएंगी.


गंगा और यमुना के इस बढ़े हुए पानी ने अब प्रयागराज के निचले इलाकों को अपनी आगोश में लेना शुरू कर दिया है. तमाम रास्ते पानी में डूब गए हैं. हजारों मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है. प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर निचले इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया है.


निचले इलाकों में पानी घुसने के बाद एनडीआरएफ की टीम भी बुला ली गई है. संगम जाने वाले सभी रास्ते और इसके नजदीक स्थित कई मठ -मंदिर व आश्रमों में भी बाढ़ का पानी भर गया है. इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. तमाम लोग बेघर हो गए हैं और बाढ़ राहत केंद्रों में शरण लेने को मजबूर हैं.


प्रशासन ने राहत व बचाव को लेकर कई एहतियाती कदम उठाए जाने के दावे किये हैं, लेकिन उसके दावे कागजों पर ज़्यादा और हकीकत में कम नज़र आ रहे हैं. अगर जलस्तर बढ़ने की रफ़्तार धीमी नहीं हुई तो मंगलवार दोपहर बाद स्थिति बिगड़ सकती है.