भोपाल: पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने रविवार को कहा कि मध्यप्रदेश में 24 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव भारत के लिए डिजिटल लोकतंत्र पेश करने का मौका है और उसे इसे दुनिया के सामने पेश करना चाहिए. एमपीपोस्ट की यहां जारी प्रेस रिलीज के अनुसार यह बात उन्होंने एमपीपोस्ट के सकारात्मक डिजिटल जर्नलिज्म के दो दशक के अवसर पर आयोजित विशेष श्रृंखला के तहत 'भारत में डिजिटल लोकतंत्र' विषय पर फेसबुक लाइव संवाद में कही.
पूर्व चुनाव आयुक्त ने कहा कि भारत जैसा विशाल लोकतांत्रिक देश डिजिटल लोकतंत्र के क्षेत्र में नया आयाम गढ़ सकता है. उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचान आयोग दुनिया के उन चुनाव आयोग में शामिल है जो सबसे ज्यादा नवाचार और चुनाव प्रक्रिया में निरंतर सुधार करता रहता है. उन्होंने कहा, 'जब दुनिया में कोरोना वायरस अपने चरम में था तब अप्रैल माह के मध्य में दक्षिण कोरिया ने संसदीय चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न करवाया है.'
इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'भारत भी डिजिटल डेमोक्रेसी के माध्यम से दुनिया के सामने कोरोना वायरस काल को मौका मानते हुए एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकता है. कुछ समय में मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. वहीं, बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव आयोग आगामी चुनाव को देखते हुए अभूतपूर्व काम कर सकता है. इससे आम नागरिक, राजनीतिक पार्टियां और इससे जुड़े लोग सभी को मदद मिलेगी.'
ओपी रावत ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा डिजिटल क्षेत्र में किए गए नवाचारों के बारे में बताते हुआ कहा कि सी-विजिल ऐप, क्यू मैनेजमेंट, सोशल मीडिया की निगरानी, चुनाव में 'पेड न्यूज़' को रोकने में तकनीक के इस्तेमाल, सेवारत कर्मचारियों को ई-मेल से वोट करने का अधिकार जैसे कई जनहितैषी कार्य किए हैं.
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