नई दिल्ली: हाल ही में शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) छोड़ने वाले वाले तारिक अनवर ने आज कांग्रेस का दामन थाम लिया. राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस की औपचारिक सदस्यता ली. अनवर ने पिछले महीने 28 सिंतबर को एनसीपी और सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था. अनवर बिहार के कटिहार से सांसद रहे हैं. तारिक अनवर के इस कदम से कांग्रेस को बिहार में मजबूती मिलने की उम्मीद है.
एनसीपी छोड़ने के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि तारिक अनवर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने एनसीपी छोड़े जाने को लेकर दावा किया था कि शरद पवार ने राफेल डील में गड़बड़ी के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की, इसके बाद पार्टी में रुक पाना मुश्किल था. अनवर ने कहा था, "प्रधानमंत्री पूरी तरह से राफेल सौदे में संलिप्त हैं." तारिक अनवर (67) को 1999 में पवार और पीए संगमा के साथ सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाने पर कांग्रेस से बाहर कर दिया गया था.
उन्होंने पिछले दिनों सोनिया गांधी के विदेशी मूल के सवाल पर कहा था, ''यह मुद्दा 2004 में समाप्त हो गया. सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मामला उठाना गलत था, मुझे अपनी गलती का एहसास है.''
तारिक अनवर ने शरद पवार से राजनीतिक संबंधों को लेकर कहा था एनसीपी की स्थापना में हमारा योगदान रहा है. मैं शरद पवार का सम्मान करता हूं. उन्होंने भी इसकी कद्र की है. मुझे व्यक्तिगत तौर पर कोई दिक्कत नहीं है.