नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर आज बीजेपी में शामिल हो गए. आज ही वे पीएम नरेंद्र मोदी से मिले और उनका आशीर्वाद भी लिया. दिल्ली के बीजेपी ऑफिस में उन्होंने कहा, “ ये देश सिर्फ़ मोदी जी के हाथों में ही सुरक्षित है, इसीलिए मैं उनके साथ आया हूं”. नीरज शेखर ने कल ही राज्य सभा से इस्तीफ़ा दे दिया था. उनका कार्यकाल अगले साल ख़त्म हो रहा था.
लोकसभा चुनाव के समय से ही नीरज की समाजवादी पार्टी से अनबन चल रही थी. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और नीरज में बातचीत तक बंद थी. दोनों के बीच झगड़े की वजह लोकसभा चुनाव थी. नीरज शेखर यूपी की बलिया से चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन समाजवादी पार्टी ने उनके बदले सनातन पांडे को टिकट दे दिया, जो चुनाव हार गए. नीरज शेखर बलिया से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं. वे पूर्व प्रधान मंत्री चंद्रशेखर के बेटे हैं.
सूत्रों की मानें तो नीरज शेखर पिछले कई हफ़्तों से बीजेपी नेताओं के संपर्क में थे. कहा तो ये भी जाता है बीजेपी ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने को भी कहा था, लेकिन तब बात नहीं बन पाई थी. ये बात उन दिनों की है जब समाजवादी पार्टी ने नीरज को टिकट देने से मना कर दिया था. केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद नीरज ने बीजेपी जाने का फ़ैसला किया. गोड्डा से लोकसभा सांसद निशिकांत दूबे ने मध्यस्थता की. फिर उनकी मुलाक़ात बीजेपी महासचिव भूपेन्द्र यादव से कराई गई. फिर वे कल अमित शाह से मिले. कहा जा रहा है कि बीजेपी ने नीरज को फिर से राज्य सभा भेजने का भी मन बनाया है.
अब इस ख़बर में नया मोड़ ये है कि समाजवादी पार्टी के कुछ और सांसद भी पाला बदल सकते हैं. मतलब ये कि वे अपनी पार्टी छोड कर बीजेपी कैंप में जा सकते हैं. समाजवादी पार्टी के तीन सांसद कमजोर कड़ी हैं. बीजेपी की नजर इन्हीं तीनों नेताओं पर है. ये सभी एमपी पिछड़ी बिरादरी के हैं.
दिलचस्प बात ये है कि इनमें से दो सांसद बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं. सबकुछ ठीक रहा तो समाजवादी पार्टी के लिए बुरी खबर कभी भी आ सकती है. इन नेताओं को लगता है कि समाजवादी पार्टी में अब कोई भविष्य नहीं है. इनमें से राज्य सभा के एक सांसद तो अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव के क़रीबी माने जाते हैं. अंदर की खबर ये भी है कि ये नेता अखिलेश यादव के कामकाज के तरीक़े से ख़फ़ा है. इनका कहना है कि उनकी सुनी नहीं जाती है.
नीरज शेखर के इस्तीफ़े के बाद राज्य सभा में समाजवादी पार्टी के अब बारह सांसद बचे रह गए हैं. इनमें रामगोपाल यादव और जया बच्चन भी शामिल हैं. जिन सांसदों पर बीजेपी की नजर है, वे राज्य सभा से इस्तीफ़ा देने को भी तैयार हैं. एक सांसद तो बीजेपी से अपने बेटे के लिए भी कुछ चाहते हैं. अगर विपक्ष के सांसद ऐसे ही पाला बदलते रहे तो फिर राज्य सभा में भी एनडीए को बहुमत मिल जायेगा.
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