इलाहाबाद: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के शहर प्रयागराज में इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता को युनिवर्सिटी के हॉस्टल में गोली मारकर मौत के घाट उतारे जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पूर्व छात्र नेता सुमित उर्फ़ अच्युतानंद शुक्ला को हॉस्टल कैम्पस में चल रही बर्थडे पार्टी में गोली मारी गई थी. बर्थडे पार्टी में अच्युतानंद का अपने ही करीबी छात्रनेता से विवाद हुआ, जिसमे छात्रनेता ने उसके गर्दन में गोली मार दी. देर रात हुई इस वारदात में इलाज के दौरान आज सुबह उसकी मौत हो गई. हालांकि मौत के घाट उतारे गए छात्रनेता का भी क्रिमिनल रिकार्ड रहा है. उसके खिलाफ हत्या समेत कई गंभीर मामलों में मुक़दमे दर्ज थे. महीने भर पहले हुए युनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के दौरान पुलिस ने उस पर पचीस हजार रूपये का ईनाम भी घोषित कर रखा था.
युनिवर्सिटी से पांच साल पहले ही पढ़ाई छोड़ने और पुलिस में वांटेड होने के बावजूद वह लम्बे अरसे से युनिवर्सिटी के ही पीसीबी हॉस्टल के एक कमरे में रह रहा था. युनिवर्सिटी और इससे जुड़े डिग्री कॉलेजों की छात्र राजनीति में अच्युतानंद का अब भी ज़बरदस्त दखल था. दबंग किस्म के पूर्व छात्र नेता की हत्या के बाद से तनाव का माहौल है. एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं. हत्या का आरोप पूर्व छात्रनेता के करीबी छात्र नेता और सीएमपी डिग्री कालेज के छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी पर लगा है.
पूर्व छात्रनेता सुमित उर्फ़ अच्युतानंद शुक्ला युनिवर्सिटी के पीसीबी हॉस्टल में चोरी से रहता था. बुधवार रात हॉस्टल में एक निर्भय नाम के एक छात्रनेता के बर्थडे की पार्टी थी. आधीरात के बाद पार्टी में शराब का दौर भी शुरू हुआ. शराब का नशा चढ़ने पर अच्युतानंद ने अपने ही लोगों से गाली गलौच शुरू कर दी. उसने अपने शिष्य और सीएमपी डिग्री कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी को भी गालियां दीं. आशुतोष ने पहले तो उसे मना करने की कोशिश की, लेकिन बाद में उसने अच्युतानंद को गर्दन में गोली मार दी. अच्युतानंद को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज के एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान सुबह उसकी मौत हो गई. पुलिस इस मामले में अभी किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है.