लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, बीजेपी नेतृत्व की घबराहट बढ़ती जा रही है. उन्हें घबराहट विपक्षी दलों के गठबंधन से है.


सपा प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश के उपचुनावों- कैराना, गोरखपुर, नूरपुर और फूलपुर में बीजेपी को जैसी करारी मात मिली है, उससे बीजेपी नेतृत्व के होश उड़े हुए हैं. बीजेपी को लगता है कि जो गठबंधन आकार ले रहा है, वह बीजेपी की दिल्ली दौड़ में बड़ा अवरोधक साबित होगा.


उन्होंने कहा कि बीजेपी नेतृत्व को चिंता इस बात की है कि फिर से सत्ता के सिंहासन पर बैठने का उनका मंसूबा पूरा नहीं हो पाएगा. उन्हें अच्छी तरह पता है कि झांसा बार-बार काम नहीं आता, काठ की हांडी दोबारा आंच पर नहीं चढ़ती.


अखिलेश ने कहा कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में चाहे जो दावा करती रहे, पर जनता ने अपने प्रदेश से बीजेपी का सफाया करने का लक्ष्य तय कर लिया है.


सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी ने केंद्र में चार वर्ष बिता दिए और उत्तर प्रदेश में 16 महीने, लेकिन इस अवधि में उन्होंने जनहित में कोई ऐसा काम नहीं किया, जिसका उल्लेख किया जा सके. यह बात का अहसास खुद बीजेपी के लोगों को भी है, घबराहट की यही वजह है.


अखिलेश ने कहा कि किसान तबाह है, उसका न तो कर्ज माफ हुआ और न ही उसको एमएसपी (समर्थन मूल्य) का लाभ मिलेगा. परेशान हाल किसान आत्महत्या के लिए मजबूर है. दर-दर भटक रहे नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है. न तो उन्हें नौकरी मिल रही है और न ही उनके भविष्य की कोई योजना सामने आ रही है. दहशत फैलाने के लिए दादरी में मुस्लिम लड़कों को कमर के नीचे गोली मारी जा रही है. दलितों का उत्पीड़न थम नहीं रहा है.


सपा प्रमुख ने कहा कि जीएसटी-नोटबंदी के बाद व्यापार चौपट है और कर्मचारियों की विभिन्न उद्योगों में छंटनी की जा रही है. महंगाई बढ़ती ही जा रही है. ऐसी सरकारों को आखिर लोग कब तक झेलेंगे.