आजमगढ़: सरायमीर थाना क्षेत्र में पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में अवैध असलहों के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्कर बरामद हथियार निकाय चुनाव में अशांति फैलाने के लिए क्षेत्र के संभ्रांत माने जाने वाले कुछ लोगों के कहने पर लाए थे.

हथियारों की उन लोगों तक सप्लाई करने से पहले ही पुलिस ने तस्करों को पकड़ लिया. तस्करों से पूछताछ जारी है. हथियार मंगाने वालों में एक ग्राम प्रधान का नाम भी सामने आया है.

पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सहानी ने बताया कि थानाध्यक्ष सरायमीर व स्वाट पुलिस की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर थाना सरायमीर क्षेत्र के रामजानकी मंदिर के पास छित्तूपट्टी मुख्यमार्ग फूलपुर-आजमगढ़ के पास घेराबंदी की. वहां पुलिस की असलहा तस्करों से मुठभेड़ हुई.

मुठभेड़ के बाद पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध असलहे व कारतूस बरामद किए और मौके चार तस्करों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान तेजप्रताप राय, संतोष यादव, राजेश मिश्रा और चंदौली निवासी माता प्रसाद के रूप में हुई.

उन्होंने बताया कि तस्करों के पास से 03 पिस्टल 9एमएम, 13 पिस्टल 32 बोर, 1 रिवाल्वर 32 बोर, 7 जिंदा कारतूस और 1 खोखा कारतूस बरामद हुए.

तस्करों ने पूछताछ में बताया कि बरामद असलहा व कारतूस उनसे नगर निकाय चुनाव 2017 में अशांति फैलाने के लिए मंगाया गया था. तस्करों ने बताया कि वे लोग यह असलहा बिहार से लाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में सप्लाई करते हैं.

गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में बताया कि तस्करी में क्षेत्र के कुछ संभ्रांत व्यक्ति भी शामिल हैं, जो शस्त्र मंगवाकर आसपास के जनपदों में तस्करी करते हैं. उनमें मुख्य रूप से बरदह थाना क्षेत्र के रामचंद्र सरोज, थाना गंभीरपुर के गांव गोसाई की बाजार के प्रधान लाहौर यादव, लालू यादव उर्फ राहुल यादव और सरायमीर निवासी भानू यादव का नाम सामने आया है.

इस सफलता पर पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र ने टीम को 15 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया है.