पुलिस को पूछताछ में जो जानकारी मिली, वह चौंकाने वाली थी. मामला जालसाजी का निकला, जिसमें किडनैप होने वाले दोनों युवकों ने किडनैपर बने लोगों से सीबीआई अधिकारी बनाने का झांसा देकर 16 लाख रुपए गबन कर लिए गए थे. कई बार अपने पैसे मांगने पर जब इन्हें पैसे नहीं मिले तो इन लोगों ने दोनों का अपहरण कर जमकर यातनाएं दी. ये लोग फिरौती के रूप में उनके परिजनों से पैसों की मांग करते रहे.
पुलिस के मुताबिक, अमरोहा के नासिर ने सीबीआई में नौकरी लगवाने के नाम पर रघुवीर से 16 लाख रुपये लिए थे, जिसमें से कुछ राशि आजम को भी मिली थी. रवि और रघुवीर ने नौकरी ना लगले पर अपने पैसे मांगे लेकिन नासिर और आजम इन्हें टालते रहे.
पैसे न मिलने की उम्मीद को देखते हुए रघुवीर और रवि ने अपने कुछ साथियों की मदद से नासिर और आजम का अपहरण कर पैसे वसूलने की योजना बनाई. आजम और नासिर के परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद इन्हें पुलिस ने सर्विलांस और इनपुट के आधार पर मिली सूचना के बाद अपहृत दोनों युवकों को छुड़ाने के साथ मौके से चार किडनैपर्स को पकड लिया.
एसपी सिटी अंकित मित्तल ने बताया कि आजम और नासिर को मझोला पुलिस ने रविवार शाम को छुड़ा लिया है. वहीं किडनैपर रवि सैनी, यादराम, अंगद और प्रहलाद को गिरफ्तार किया है. दो अन्य लोग मौके से फरार हो गए हैं उनकी तलाश में टीम दबिश दे रही है. अपहरण मामले में सामने आये अन्य तथ्यों की जाँच पुलिस द्वारा की जा रही है.