काठगोदाम से हावड़ा जा रही 13020 बाघ एक्सप्रेस 12 बजकर 59 मिनट पर गोरखपुर जंक्शन से तीन किलोमीटर पहले डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचने वाली थी. उसके ठीक पहले ही ये हादसा हो गया. ट्रेन में सफर कर रहे यात्री राकेश ने बताया कि ट्रेन में जोर से घड़घड़ाहट की आवाज आने लगी. उन लोगों को पहले कुछ समझ में नहीं आया. उन्होंने खिड़की से बाहर देखा, तो कई ग्रामीण ट्रेन को रोकने के लिए इशारा कर रहे थे. उन्हें ये समझते देर नहीं लगी कि कोई हादसा हो गया है. उसके बाद ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को सकुशल रोक दिया.
यात्री मोहन कुमार ने बताया अचानक से आवाज आने की वजह से वे लोग डर गए. उन्हें लगा कि कोई बड़ा हादसा हो गया है. जब वे लोग नीचे उतरे तो देखे कि इंजन के पीछे वाले डिब्बे के के चार पहिए बेपटरी हो गए हैं. उन्होंने बताया कि दुर्घटना की आहट होते ही पायलट ने सूझबूझ से काम लिया और ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया. जिस कारण बड़ा हादसा टल गया. पायलट समय पर ब्रेक नहीं लगाता, तो जान-माल का भारी नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
घटना के तत्काल बाद मुख्यालय होने की वजह से सहायता यान भी समय से राहत कार्य के लिए पहुंच गया. ये हादसा डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन से सौ मीटर पहले हुआ. सहायता यान की मदद से डिब्बे को पटरी पर लाया गया. मौके पर जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन, एसएसपी शलभ माथुर समेत रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. जिलाधिकारी ने बताया कि इस दुर्घटना में किसी भी प्रकार के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.
पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी सीपी चौहान ने बताया कि काठगोदाम से हावड़ा जा रही 12030 बाघ एक्सप्रेस के पहले डिब्बे के पीछे के चार पहिए बेपटरी हो गए. इस दुर्घटना में किसी भी प्रकार का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. हादसा उस वक्त हुआ जब ट्रेन डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन में प्रवेश कर रही थी. पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए ट्रेन को रोक दिया. ये हादसा दोहपर 12.59 बजे हुआ. सहायता यान मौके पर पहुंच गया. बोगी को पटरी पर लाने के बाद रूट को पुनः संचालित करने का प्रयास किया जा रहा है.