मेरठ के परतापुर, मोदीपुरम और पल्लवपुरम इलाके में पिछले कई दिनों से एक ब्लैक डस्टर गाड़ी घूम रही थी. इस गाड़ी के अगले और पिछले शीशे पर स्टीकर लगा हुआ था जिस पर उप-मुख्यमंत्री उत्तर-प्रदेश, गृह एवं खनन विभाग लिखा था.
गाड़ी के बोनट पर बीजपी का झंडा भी लगा था और गाड़ी की छत पर लाल बत्ती और हूटर भी लगा था. बहुत से लोगों ने इस गाड़ी को देखने के बाद इलाके के थानों में सूचना दी थी और गाड़ी की तस्वीर भी ले ली थी.
ऐसे हत्थे चढ़े बिना शपथ वाले उप-मुख्यमंत्री
पुलिस कई दिन से इस गाड़ी की तलाश में थी. पल्लवपुरम थाना पुलिस को इस गाड़ी के मोदीपुरम इलाके में मौजूद होने की सूचना मिली तो पुलिस मौके की ओर दौड़ गई. पुलिस को मौके पर गाड़ी मिली और उस गाड़ी से सहारनपुर निवासी अनुरुद्ध कर्णवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
कर्णवाल ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसकी गाड़ी सरकारी है और वह 7 दिन पहले उत्तर-प्रदेश का उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है. उसे अभी तक शपथ नही दिलाई गई है. गाड़ी के ऊपर लालबत्ती और हूटर भी लगा हुआ था.
तो मानसिक बीमारी के चलते अनुरूद्ध बना डिप्टी सीएम
पुलिस अनुरूद्ध कर्णवाल और उसकी गाड़ी को लेकर थाने ले आई. अनुरूद्ध का आत्मविश्वास देखकर पुलिस ने सहारनपुर में जब उसके पिता राजेन्द्र कर्णवाल के फोन पर बात की तो पता चला की अनुरूद्ध कई दिनों से गाड़ी समेत घर से गायब है और घरवाले उसे तलाश कर रहे हैं.
पिता ने बताया कि उसकी मानसिक हालत अच्छी नहीं है और उसका इलाज भी चल रहा है. यह भी पता चला है कि अनुरुद्ध ऐसे करतब वह कई बार पहले भी कर चुका है. पुलिस ने फिलहाल अनुरुद्ध कर्णवाल को पल्लवपुरम थाने में रखा हुआ है. उसके पिता उसकी बीमारी से जुड़े दस्तावेज लेकर मेरठ पहुँच रहे हैं. पुलिस ने बताया है कि आरोपी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जायेगी.