मुजफ्फरनगर: एक मदरसे में एक धमाके के बाद कमरे में सो रहे 15 बच्चे घायल हो गये हैं. बताया गया है कि किसी बच्चे ने फ्रिज के ऊपर जलती हुई मोमबत्ती रखकर छोड़ दी थी. हादसे के बाद 11 बच्चों को मेरठ मेडीकल कालेज में इलाज के लिए भेजा गया है. सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है.
मुजफ्फरनगर के कोतवाली इलाके के सुजड़ू गांव में जामिया अरबिया अशरफुल मदरसा स्थित है. इस मदरसे में सैकड़ों बच्चे रहकर पढ़ाई-लिखाई करते हैं. गुरूवार 7 फरवरी की रात को तेज बारिश और मौसम खराब होने के बाद इलाके की बिजली चली गई थी. मदरसे में बच्चों ने रोशनी के लिए मोमबत्ती जला रखी थी. सोने के लिए जाने से पहले किसी बच्चे ने उस मोमबत्ती को कमरे में रखे फ्रिज पर रख दिया और सभी बच्चे सो गये.
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मोमबत्ती से फ्रिज ने आग पकड़ ली और उसमें भरी गैस की जद में आग के आ जाने से कंप्रेशर फट गया. जोर का धमाका हुआ और पूरे कमरे में गैस के साथ आग फैल गई. धमाके की जद में आये कमरे में सो रहे बच्चे आग लगने से बुरी तरह जख्मी हो गये. मदरसे में मौजूद शिक्षकों और आसपास के इलाके के लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर बच्चों को कमरे से निकाला और पुलिस को सूचना दी.
मौके पर पहुंची पुलिस एम्बुलेंस और निजी वाहनों के जरिये बच्चों को अस्पताल ले गई. प्राथमिक उपचार के बाद 15 में से 11 बच्चों को गंभीर घायल होने की वजह से इलाज के लिए मेरठ मेडीकल कालेज में भेजा गया है. मेडीकल कालेज में भर्ती सभी बच्चों की हालत खतरे के बाहर है. मेडीकल कालेज पर घायल बच्चों के परिजन भी सूचना मिलने के बाद पहुंच गये हैं.
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एसएसपी मुजफ्फरनगर सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस ने सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया था. गैस से साथ फैली आग की वजह से ब्लैकनिंग की चपेट में बच्चे आ गये थे. मेडीकल कालेज भेजे गये सभी बच्चे खतरे के बाहर हैं और उनकी इलाज किया जा रहा है. जांच जारी है.