नई दिल्ली: दो दौर का चुनाव बाकी है और नेताओं की जुबान से जीत के दावे अभी से ही हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महराजगंज की रैली में तो इशारों से साफ कर दिया कि विरोधी साफ हो गये हैं. यदि यूपी चुनाव संबंधी हर खबर पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें
उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कल तक विधानसभा चुनाव में 300 सीटें जीतने की बात करने वाले मोदी और बीजेपी के लोग अब गठबंधन की सरकार की बातें करने लगे हैं. जब कोई ऐसी बातें करने लगे तो समझो कि वह चुनाव हार गया.
पूर्वांचल की 90 सीटों के लिए तमाम नेताओं ने ताकत झोंक रखी है. बीजेपी की ओर से तो खुद पीएम ने ही कमान संभाल रखी है. महाराजगंज के बाद मोदी देवरिया गये और वहां भी उन्होंने विरोधियों पर हमले के साथ जीत का दावा किया.
मोदी के लिए इस दौर का दंगल इसलिए भी खास है
- क्योंकि जिन 90 सीटों पर वोटिंग बची है उनमें से 82 सीटों पर 2014 के चुनाव में बीजेपी को बढ़त मिली थी .
- पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र भी इसी पूर्वांचल में आता है
- गृह मंत्री राजनाथ सिंह का गृह जिला भी इसी इलाके में है
- मुख्यमंत्री पद के दावेदार आदित्यनाथ भी इसी पूर्वांचल के हैं यूपी, पंजाब गोवा चुनाव से जुड़ी हर खबर.. क्या होगा, किसने क्या कहा..पूरी जानकारी यहां मिलेगी
यही वजह है कि बीजेपी के लिए बाकी बचे दोनों फेज काफी अहम हो गये हैं और मोदी विरोधियों पर पहले से ज्यादा तीखे हमले कर रहे हैं. मोदी का ये पूरा हफ्ता पूर्वांचल की गलियों में ही बीतने वाला है. 4 और 8 मार्च को आखिरी दो दौर की वोटिंग है जबकि 11 मार्च को सबसे तेज नतीजे एबीपी न्यूज पर आने वाले हैं.
उधर बीएसपी मुखिया मायावती दो मार्च यानी गुरुवार को जनपद चंदौली और भदोही में चुनावी जनसभाएं करेंगी. वहीं तीन मार्च यानी शुक्रवार को जनपद मिर्जापुर और जौनपुर में उनका चुनावी कार्यक्रम प्रस्तावित है.
छोटे दल बड़े खिलाड़ी बन रहे हैं
पूर्वांचल के चुनाव में निषाद पार्टी ने बड़े बड़े नेताओं की नींद हराम कर रखी है. भोजन भरी थाली इस पार्टी का चुनाव चिन्ह है और वोटरों को लुभाने के लिए भोजपुरी में प्रचार के गीत गाये जा रहे हैं.
अब जरा NISHAD पार्टी का पूरा नाम भी जान लीजिए .
- इसका फुल फॉर्म है निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल .
- निषाद पार्टी का पूर्वांचल में पांच पार्टियों से गठबंधन है
- मोहम्मद अयूब की पीस पार्टी
- कृष्णा पटेल वाला अपना दल गठबंधन के अहम साझीदार हैं
छोटे दलों का ये बड़ा गठबंधन विरोधियों के लिए परेशानी का कारण इसलिए भी है क्योंकि इस गठबंधन के टिकट पर पूर्वांचल के कई बाहुबली अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. विजय मिश्रा अब तक अखिलेश सरकार में मंत्री थे लेकिन टिकट नहीं मिला तो निषाद पार्टी के टिकट पर भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट से ताल ठोंक रहे हैं.
इसी पार्टी के टिकट पर ही इलाके के एक और बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह जौनपुर जिले की मल्हनी सीट से लड़ रहे हैं. इस पार्टी के प्रमुख संजय निषाद खुद गोरखपुर ग्रामीण सीट से मैदान में हैं. ये गठबंधन पूर्वांचल की बाकी बची 90 में से 20 सीटों का परिणाम प्रभावित कर सकता है. चुनावी रैली में बोले PM मोदी- GDP के आंकड़ों से सही साबित हुई नोटबंदी, हॉर्वर्ड पर भारी पड़ा हार्ड वर्क
दस दिन बाद कौन जीतेगा यूपी की जंग?
एबीपी न्यूज
Updated at:
01 Mar 2017 04:50 PM (IST)
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