मथुरा: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के पुत्र एवं राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव कुछ दिन तक ब्रजक्षेत्र में रहने के बाद बुधवार को पटना लौट गए. बताया जा रहा है कि वह वहां इसी महीने की शुरुआत में दाखिल की गई तलाक संबंधी अर्जी की सुनवाई की प्रक्रिया में शामिल होंगे.


बता दें कि शादी के महज छह महीने बाद तेजप्रताप ने गत 1 नवम्बर को तलाक की अर्जी दाखिल की थी और उसके बाद से वह कुछ तीर्थस्थलों का भ्रमण करने के बाद अपने आधा दर्जन मित्रों की मण्डली के साथ 6 नवम्बर को अचानक वृन्दावन पहुंचे थे.


ब्रज प्रवास के दौरान उन्होंने पूरा समय या तो एक गेस्ट हाउस में एकांतवास के रूप में बिताया, या फिर अलग-अलग तीर्थस्थल का भ्रमण करते रहे. लेकिन मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाये रखी. बताया जाता है कि वह कुछ दिन गुप्त तौर पर गौड़ीय आश्रम में भी रहे.


इस बीच उन्होंने ऑटो रिक्शा में बैठकर गिरिराज पर्वत की परिक्रमा लगाई. ब्रज चैरासी कोस की यात्रा में आने वाले चारों धाम के दर्शन किए. वृन्दावन में यमुना में नौका विहार किया. टटियास्थल के दर्शन किए. बरसाना में राधारानी के मंदिर में भी दर्शन किये.


इस दौरान उन्होंने बिहार वन गौशाला में गायों के साथ समय बिताया. चमेली वन, वृंदादेवी, नंदभवन, गहवर वन, प्रिया कुण्ड, वृषभान कुण्ड, कीर्तिकुण्ड, सूर्यकुण्ड, अष्टसखी कुण्ड, खेलवन, गोकुल, महावन, दाऊजी आदि के दर्शन किए.


वृन्दावन में उनके स्थानीय मित्र लक्ष्मण प्रसाद के अनुसार बुधवार को वह शेरगढ़ क्षेत्र में विहार वन होते हुए एक्सप्रेस-वे से दिल्ली की ओर निकल गए. जहां से उनका हवाई मार्ग से दिल्ली जाने का कार्यक्रम है.


तेजप्रताप के मित्र ने उम्मीद जताई कि वहां मामले की पैरवी के बाद वह अपने राजनीतिक जीवन में लौट जाएंगे और पूर्ववत सभी जिम्मेदारियों को निभाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने यह भी संभावना जताई कि वह बिहार विधानसभा के आगामी शीत सत्र में भी भाग लेंगे और क्षेत्रीय जनता के हितों के मुद्दे उठाते हुए नजर आ सकते हैं.