नोएडा: यूपी-हरियाणा की एसटीएफ और नोएडा पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाते हुए बुलंदशहर के रहने वाले कुख्यात अपराधी बलराज भाटी को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. बलराज बीजेपी के एक नेता की हत्या के मामले का भी आरोपी था. इस अपराधी के सिर पर दो लाख का इनाम था.


हर गैंगस्टर की तरह बलराज की भी अपनी एक कहानी थी. बलराज का मानना था कि टाइटल का किसी अपराधी की इमेज बनाने में बड़ा हाथ होता है इसलिए वो अपने नाम के साथ ‘भाटी’ लगाने लगा. बलराज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराधी सुंदर भाटी गैंग का मेंबर था. बलराज के बारे में कहा जाता है कि वह जाट था, लेकिन वो खुद को गुर्जर ही बताता था.

अपना खौफ कायम करने के लिए उसने हत्या, लूट, डकैती जैसी कई वारदातों के अंजाम दिया. बुलंदशहर के रहने वाले बलराज का खौफ फरीदाबाद से लेकर अखनूर तक था. बेहद शातिराना अंदाज में अपराध करने वाला ये शख्स मास्टर प्लानर भी था. पलक झपकते नाम और पहचान बदल लेना इसके बाएं हाथ का खेल था या यूं कह लें कि इसे इस काम में महारत हासिल थी. काफी समय से एसटीएफ की टीमें इसकी लोकेशन ट्रेस कर रही थीं.

क्राइम हिस्ट्री

बलराज पर एक मामला, 22 अगस्त 2013 को कोर्ट परिसर सेक्टर-12 में शशि की गोली मारकर हत्या का था जिसमें तीन युवकों ने गोलियां बरसाई थी इसमें बलराज भी आरोपी बनाया गया था.

दूसरा मामला, छायंसा गांव में डबल मर्डर का था. 10 फरवरी वर्ष 2015 को बदरौला गांव निवासी जितेंद्र और घरोड़ा गांव निवासी कल्लू उर्फ श्यौराज की घरोड़ा गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. तीन बदमाश इसके बाद बाइक छीन कर फरार हो गए थे. इस केस में भी बलराज आरोपित है.

अपराध की दुनिया से बलराज का नाता 12 साल पहले ही जुड़ गया था. कहा जाता है कि प्रॉपर्टी विवाद में उसने अपने गांव में किसी की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

फंड अरेंज करता था बलराज
सुंदर भाटी के जेल में जाने के बाद गैंग के लिए रुपयों का इंतजाम करने की जिम्मेदारी बलराज की ही थी. इसके लिए बलराज रंगदारी और फिरौती जैसी घटनाओं को अंजाम देता था.

दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल रह चुका था 

लंबं समय से आतंक का पर्याय बन रहने वाला बलराज कभी दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल रह चुका था. बलराज भाटी आम लोगों के साथ ही पुलिस के लिए भी परेशानी का सबब बन चुका था. उसके सिर पर हरियाणा, दिल्ली और यूपी में मिलाकर 2.5 लाख का इनाम रखा गया था. इसमें से 1 लाख हरियाणा, 1 लाख दिल्ली और 50 हजार यूपी पुलिस ने घोषित किया था.