बिहार: कुख्यात गैंगस्टर संतोष झा की गोली मार कर हत्या, एक गिरफ्तार
शिवहर जिले के पुरनहिया थाने का रहने वाला संतोष झा पहले नक्सली था. लेकिन बाद में धीरे धीरे उसने अपने गिरोह का विस्तार किया और गैंगस्टर बन गया.
नई दिल्ली: बिहार के कुख्यात गैंगस्टर संतोष झा की गोलीमार कर हत्या कर दी गई है. सीतामढ़ी सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान अपराधियों ने गोली मार दी. संतोष झा को जेल से पेशी के लिए व्यवहार न्यायालय लाया गया था जहां अपराधियों ने उसे गोली मार दी. इस मामले में एक अपराधी गिरफ्तार हुआ है. संतोष झा दरभंगा में हुई इंजीनियर की हत्या का भी आरोपी था. सीतामढ़ी में दो इंजीनियरों के हत्या के पीछे भी संतोष झा गैंग का हाथ था.
हत्या के मामले में संतोष झा फिलहाल जेल में बंद था. शिवहर के रहने वाले संतोष झा ने बहुत कम वक्त में अपराध की दुनिया में अपना साम्राज्य स्थापित किया. थोड़े दिन पहले ही संतोष झा के गैंग के सदस्य अभिषेक झा की मोतिहारी कोर्ट परिसर में अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
Gangster Santosh Jha shot dead inside court premises in Sitamarhi. He had been brought to court by Police for hearing in a case. #Bihar
— ANI (@ANI) August 28, 2018
कौन है कुख्यात संतोष झा?
शिवहर जिले के पुरनहिया थाने का रहने वाला संतोष झा पहले नक्सली था. लेकिन बाद में धीरे धीरे उसने अपने गिरोह का विस्तार किया और गैंगस्टर बन गया. सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर जिलों में उसने अपना जाल फैला रखा था. संतोष झा बीते दस साल से अधिक समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय था. पहले वो खुद को नक्सली बताकर वारदात को अंजाम दिया करता था.
2010 में जिला पार्षद नवल राय की हत्या के बाद संतोष झा का नाम अपराध की दुनिया में उभरा था. 2010 के अक्टूबर महीने में विधानसभा चुनाव के दौरा लैंड माइंस बिछाकर इसने 5 पुलिस वालों की हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने एक के बाद एक कई वारदात को अंजाम दिया. गोपालगंज, बेलसंड, सीतामढी में रोड कंस्ट्रक्शन का काम करने वाली कंपनियों को इसने निशाना बनाना शुरू कर दिया.
2004 में पहली बार संतोष झा को हथियारों के साथ पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. करीब तीन साल जेल में रहने के बाद जब वो रिहा हुआ तब उसने कई हत्याकांड को अंजाम दिया. शुरू से ही उसके निशाने पर रोड कंस्ट्रक्शन निर्माण कंपनियां रहीं.